रांची: एक पुत्र को अपने पिता से 10 रुपया मांगना महंगा पड़ गया. उसे रुपए भी नहीं मिले और जान से भी हांथ धोना पड़ा. जिले के वशिष्टनगर थाना क्षेत्र के करैलीबार गांव में ऐसी ही हृदय विदारक घटना घटी है. बताते चलें कि गांव के ही विलेश भुइयां का 10 वर्षीय पुत्र पप्पू कुमार ने कुरकुरे खाने के लिए अपने पिता से 10 रुपए की मांग कर बैठा. फिर क्या था नशे में धुत्त विलेश भुइयां ने पास में ही पड़ी हुई रस्सी उठाई और बेटे के गला में उसे लपेटकर उसका गला घोंट दिया.बता दें कि बेटा काफी देर तक खुद को इस फंदे से आजाद होने के लिए छटपटाता रहा परंतु जब तक उसकी सांस नहीं रुक गई पिता ने उसे नहीं छोड़ा. 10 वर्षीय इकलौते बेटे को मारकर वह आराम से घर में बैठा रहा. जब विलेस की बेटी और मृतक पप्पू की बहन जो ईंट भट्ठा पर काम करने गई थी. जब वह खाना खाने के लिए घर आई और भाई को मृत पड़ी देखी तो वह रोने बिलखने लगी और हत्यारे पिता पर टूट पड़ी. घर में कोहराम मचा देख और चीख पुकार सुनकर आस पड़ोस के लोग भी वहां जुट गए.घर की स्थिति को देखते हुए लोगों ने वशिष्टनगर थाना प्रभारी गुलाम सरवर को इसकी जानकारी दी. घटना की जानकारी मिलते ही थाना प्रभारी घटना स्थल पर पहुंचकर सबसे पहले पुत्र के हत्यारे पिता को हिरासत में लेते हुवे मृतक पप्पू के शव को पोस्टमार्टम के लिए सदर अस्पताल चतरा भेज दिय. इधर एक पिता के द्वारा अपने एकलौते पुत्र की गला घोंटकर हत्या किए जाने की खबर क्षेत्र में चर्चा का विषय बना हुआ है.