देश की राजनीति के लिए शुक्रवार (23 जून) का दिन काफी चर्चा भरा रहा. बिहार की राजधानी में मोदी विरोधी नेताओं का जमघट लगा. इस बैठक में पूरा विपक्ष दिखाई नहीं दिया, जो नेता आए उनके बीच भी सामंजस्य नजर नहीं आया. उधर पीएम मोदी इस वक्त अमेरिका के दौरे पर हैं. मोदी के अंतर्राष्ट्रीय दोस्त ने पूरा माहौल बना दिया. पीएम मोदी ने गुरुवार (22 जून) को अमेरिकी कांग्रेस के संयुक्त सत्र को संबोधित किया. अमेरिकी नेता तो मोदी के फैन हो गए. मोदी के पहुंचते ही अमेरिकी संसद मोदी-मोदी के नारों से गूंज उठी. अमेरिका के सांसदों ने कई बार मोदी को स्टैंडिंग ओवैशन दिया और पूरे भाषण के दौरान तकरीबन 80 बार तालियां बजाईं. पीएम मोदी ने इस दौरान इशारों ही इशारों में राहुल गांधी पर भी तंज कसा. पीएम मोदी ने कहा कि घर में विचारों का संघर्ष होना चाहिए लेकिन जब देश के लिए बोलने की बात आए तो सभी को एकसाथ आ जाना चाहिए. पीएम मोदी के इस बयान को राहुल गांधी पर तंज माना जा रहा है क्योंकि विदेश में दिए गए उनके बयानों पर खूब विवाद हुआ है.अमेरिकी राष्ट्रपति जो बाइडेन अपने दोस्त यानी पीएम मोदी को तकरीबन 100 से ज्यादा पुरानी मूर्तियां और ऐतिहासिक वस्तुएं लौटाने का फैसला लिया है. ये मूर्तियां भारत से चोरी की गई थीं और वर्षों पहले अंतरराष्ट्रीय बाजार में पहुंच गई थीं. पीएम मोदी ने इसपर बाइडेन सरकार को धन्यवाद करते हुए कहा कि इन वस्तुओं को लौटाने के लिए अमेरिकी सरकार का आभार है. किसी दूसरे देश की भावनाओं का सम्मान करने से दोनों देशों के रिश्तों को और मजबूती मिलती है. पिछली बार भी मुझे बहुत सी ऐतिहासिक चीजें लौटाई गई थीं. पीएम मोदी ने कहा कि मैं दुनिया में जहां भी जाता हूं तो वहां लोगों को लगता है कि ये सही व्यक्ति है. इसे सुपुर्द करो. सही जगह लेकर जाएगा.उधर विपक्षी बैठक में दिल्ली के मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल जम्मू-कश्मीर के पूर्व सीएम और नेशनल कॉन्फ्रेंस के नेता उमर अब्दुल्ला, जम्मू-कश्मीर के पूर्व सीएम और पीडीपी चीफ महबूबा मुफ्ती और पश्चिम बंगाल की मुख्यमंत्री ममता बनर्जी ने नीतीश कुमार की कोशिशों पर पानी फेर दिया. दिल्ली अध्यादेश पर कांग्रेस से अरविंद केजरीवाल नाराज हो गए. तो वहीं आर्टिकल-370 पर उमर अब्दुल्ला और महबूबा मुफ्ती की अरविंद केजरीवाल की भिड़ंत हो गई. लेफ्ट और कांग्रेस से ममता बनर्जी की नाराजगी भी साफ देखने को मिली.