झारखंड ऊर्जा विकास श्रमिक संघ ने तोरपा (खूंटी के अतिरिक्त प्रभार)के सहायक विद्युत अभियंता जितेंद्र कुमार के खिलाफ शिकायत रांची के विद्युत आपूर्ति क्षेत्र के महाप्रबंधक सः मुख्य अभियंता श्री पीके श्रीवास्तव को एक ज्ञापन देते हुए इस पर त्वरित कार्रवाई की मांग की है।
उलेखनीय है कि विगत दिनांक17/6/23 को सहायक विद्युत अभियंता तोरपा/खूंटी (अतिरिक्त प्रभार) जितेंद्र कुमार के आदेश पर मानव दिवस कर्मी अंबिका दास कार्य कर रहा था उसी क्रम में पदाधिकारी के गलत आदेश पर दुर्घटना का शिकार हो गया और आज टीएमएच जमशेदपुर में जिंदगी और मौत से जूझ रहा है। इस सम्बंध में अजय राय ने कहा कि खूंटी के स्कूटीव इंजीनियर जानबूझकर जिस सहायक अभियंता जितेंद्र कुमार पर आरोप है उसी सहायक अभियंता को बचाने के लिए उसे जांच कमेटी का सदस्य बना दिया है जिसे संघ किसी भी सूरत में बर्दाश्त नहीं करेगा। उन्होंने कहा कि जितेंद्र कुमार का पूरे कार्यकाल का अगर जांच कराई जाए तो कितने बेनामी संपत्ति इन्होंने अवैध रूप से बनाया है। अभी उसी का एक जीता जागता प्रमाण है कि उन्होंने सारे नियम कानून को ताक पर रखकर तोसा कंपनी को लाभ पहुंचाने के लिए एजेंसी के मानव दिवस कर्मियों का गलत ढंग से अनावश्यक दबाव बनाकर काम कराया जिसके दौरान यह घटना घटी। इस तरह की कई और घटनाएं और क्रियाकलाप इनके पूर्व पदस्थापन जामताड़ा में भी किस्से कहानी बनकर घूम रहे हैं।
अजय राय ने बताया कि मुरहू सेक्शन के 33/11kv गम्हरिया विद्युत शक्ति उपकेंद्र में दिनांक-17/6/23 दिन शनिवार को दिन भर अंबिका दास एवं अन्य मानव दिवस कर्मी जो गितराज एजेंसी के माध्यम से मूरहू,खूंटी विद्युत शक्ति उपकेंद्र तथा फील्ड में कार्यरत हैं, जिन्हें अपने ही पदस्थापित स्थान पर ही कार्य करना है को उनके कार्य क्षेत्र से हटाकर दूसरे विद्युत शक्ति उपकेंद्र में CT,PT और ब्रेकर का काम सहायक विद्युत अभियंता जितेंद्र कुमार के आदेश पर कर कराया जा रहा था, इस कार्य की जानकारी सेक्शन के कनीय अभियंता तक को भी नहीं दी गई थी जो नियम अनुकूल नहीं है,जहां CT,PT एवं ब्रेकर रिपेयर के लिए खूंटी डिवीजन में प्रमुख रूप से तोसा कंपनी नियुक्त है जिसे ये सब कार्य करना है। आखिर ऐसी क्या जरूरत आ पड़ी की ठेकेदार का काम करने हेतु अन्य पदाधिकारियों से छुपते छुपाते अन्य क्षेत्रों से भी मानव दिवस कर्मी को बुला कर कार्य 33/11KV गम्हरिया विद्युत शक्ति उपकेंद्र में लिया जा रहा था,आखिर ठेकेदार के साथ कौन सा रिश्ता निभाया जा रहा था । इनके इस हरकत से प्रतीत होता है यह सारा रिश्ता %का था? सारा मामला ही अपने-आप मे संदेहास्पद सा लग रहा है,वही उसी दिन शाम में जितेंद्र कुमार द्वारा ब्रेकर में चढ़कर फोटो खींचने हेतु आदेश किया गया और उसी क्रम में मानव दिवस कर्मी अंबिका दास दुर्घटना का शिकार हो गया जहां उसके बचने की उम्मीद कम है। दुर्घटना में उसके माथे में विद्युत स्पर्श आघात से 1 इंच छेद हो चुका है और हाथ की उंगलियां बुरी तरह क्षतिग्रस्त हो गया है। अंबिका दास बहुत ही गरीब घर का लड़का है वही उसके इलाज में प्रतिदिन वहां 20 से ₹25000 का खर्च वहन करना पड़ रहा है। यह सारी जानकारी दुर्घटनाग्रस्त अंबिका दास से ही संघ को मिली है। और तो और मानवता जैसे मर सी गई है, अभी तक अभियंता जितेंद्र कुमार अंबिका दास के जीवित या मृत के बारे में पूछना भी जरूरी नहीं समझते है।
जहां सहायक विद्युत अभियंता जितेंद्र कुमार तोरपा के अभियंता है और खूंटी के अतिरिक्त प्रभार में है। ज्ञात सूत्रों के अनुसार दो दो जगह का प्रभार होने के कारण पैसा तो खूब कमाते हैं लेकिन अनियंत्रित भी रहते हैं जिसका एक नमूना ऊपर प्रस्तुत किया गया है। कई जगह भ्रष्टाचार में भी सीधा लिप्त हैं, कई कंजूमरो से पैसा का लेनदेन करते हैं जिसका समय आने पर साक्ष्य के साथ इसका भी खुलासा संघ द्वारा किया जाएगा। इनका कई ऊर्जा मित्रों के साथ कितने प्रकार का हेरा फेरी है ऐसे कई मामले संघ के पास आया है।
वही खूंटी विभाग के वरीयतम पदाधिकारी दोषी पदाधिकारी को ही कमेटी का सदस्य बना कर जांच करवा रहे हैं ताकि मामले की लीपापोती हो सके।
संघ ऐसी मनमानियों को कभी बर्दाश्त नहीं करेगा कि किसी गरीब की जान ही चली जाए और दोषी खुलेआम घूमे । श्रीमान से संघ निवेदन करता है की एक उच्चस्तरीय कमेटी बनाकर अभियंता जितेंद्र कुमार के अभी तक के पूरे कार्यकाल की जांच कराई जाय । साथ-साथ अंबिका दास के दुर्घटना शिकार होने की उच्चस्तरीय जांच हो तथा उसके इलाज का पूरा खर्च विभाग वहन करें और दोषी पदाधिकारी को त्वरित कार्रवाई करते हुए 7 दिनों के अंदर इस सम्बंध में संघ को भी अवगत कराए अन्यथा संघ किसी ठोस कदम को उठाने के लिए मजबूर होगा जिसकी सारी जवाबदेही प्रबंधन की होगी।