ओडिशा के बालासोर में हुए दर्दनाक ट्रेन हादसे का दर्द अभी कम नहीं हुआ है. इस हादसे ने कई लोगों का घर उजाड़ दिया. कई बच्चे यतीम हो गए. कई मांओं की गोदी सूनी हो गई तो कई महिलाएं विधवा हो गईं. घटनास्थल का मंजर जिसने भी देखा उसकी रूह कांप उठी. इस दर्दनाक हादसे में 270 से ज्यादा लोगों ने जान गंवाई थी. घटना को याद करके लोग अभी तक सहम जाते हैं. इस घटना में प्रभावित परिवारों के आंसू पोछने के लिए सरकार की ओर से आर्थिक सहायता देने का ऐलान किया गया है. अब इसको लेकर भी फर्जीवाड़ा सामने आया है. बिहार के एक युवक ने सरकारी नौकरी के लालच में अपनी मरी हुई मां को ओडिशा रेल हादसे में दोबारा से मार दिया. उसने इस रेल हादसे में अपनी मां की मौत का दावा करते हुए सरकारी नौकरी की मांग की. इसके लिए वह रेल मंत्री अश्विनी वैष्णव के घर तक पहुंच गया था. अधिकारियों ने जब उसके दावे की पड़ताल की तो हैरान करने वाला खुलासा हुआ. युवक के मां की मौत 4 साल पहले हो चुकी थी. मीडिया रिपोर्ट के अनुसार, आरोपी का नाम संजय कुमार और वह पटना का रहने वाला है. वह अपनी मौत का फर्जी दावा करके रेल मंत्री अश्विनी वैष्णव के सरकारी आवास पर पहुंच गया था. रेल मंत्री के आवास के कर्मचारियों ने उसे रेल भवन जाने को आदेश दिया. इसके बाद वह मंत्री के कार्यालय पहुंचा. उसका दावा था कि बालासोर रेल हादसे में उसकी मां की भी मौत हो गई है. हालांकि पूछताछ में वह लगातार अपने बयान बदल रहा था, जिससे अधिकारियों को शक हुआ. अधिकारियों ने कहा कि शख्स के पास अपनी मां की ट्रेन यात्रा के कोई सबूत नहीं थे.उसके पास अपनी मां की यात्रा का टिकट या कोई अन्य विवरण नहीं था. जिसके बाद अधिकारियों ने उसकी मां की तस्वीर लेकर हादसे से पहले के फुटेज से वेरिफिकेशन किया लेकिन उन्हें इस दौरान भी कुछ नहीं मिला. उसके बाद उसने खुद सच्चाई उगल दी. आरोपी ने बताया कि उसकी मां की मौत 2018 में ही हो गई थी. जानकारी के मुताबिक वह बेरोजगारी के चलते परेशान हो चुका था जिसके चलते उसने यह फ्रॉड करने की योजना बनाई थी.