झारखंड सरकार में मंत्री हफिजुल हसन (Hafizul Hasan) अपने विवादित बयानों को लेकर हमेशा चर्चा में रहते हैं. वो एक बार फिर से सुर्खियों में आ गए हैं. इस बार उन्होंने प्रदेश की बिगड़ती कानून व्यवस्था को लेकर बड़ा ही बेतुका बयान दिया है. प्रदेश में बढ़ते अपराधों को उन्होंने बहुत ही सामान्य बात बताया. उन्होंने कहा कि हत्याएं तो होती रहती हैं. प्रदेश के लॉ एंड ऑर्डर पर जब उनसे सवाल किया गया तो उन्होंने पत्रकारों को ही सही सवाल करने की सलाह दे डाली. उन्होंने कहा कि हत्याएं तो होती रहती हैं. हमारी पुलिस घटना स्थल पर पहुंच रही है. उन्होंने कहा कि हमारे पास कोई ऐसी मशीन नहीं है कि हम हत्याएं रोक सकें. या हमें पहले ही हत्या की जानकारी मिल जाए. हफिजुल हसन ने पहली बार इस तरह का बयान नहीं दिया है. वह अक्सर ऐसी बयानबाजी करते रहते हैं. इससे पहले उन्होंने हिंदू-मुस्लिम को लेकर काफी विवादित बयान दिया था. उन्होंने कहा था कि अगर देश में मुस्लिमों को परेशान किया गया तो इसका नुकसान हिंदुओं को उठाना पड़ेगा. अप्रैल 2022 में हफिजुल हसन ने गढ़वा में एक कार्यक्रम के दौरान कहा था कि जब एक धर्म विशेष के 20 लोगों के ज्यादा डिस्टर्ब होने पर उनका घर बंद होगा, तो दूसरे पक्ष के 70 लोगों का भी घर बंद होगा. इससे सभी को नुकसान होगा. ये बात उन्होंने दिल्ली के जहांगीरपुरी हिंसा को लेकर कही थी. उन्होंने कहा था कि केंद्र सरकार की ओर से देश में एक धर्म विशेष के साथ जो किया जा रहा है और जो हो रहा है, वह सबको पता है. उससे सबका नुकसान होगा. हफीजुल हसन अंसारी ने कि ज्यादा डिस्टर्ब होने पर हमारे 20 घर बंद होगें, तो आपके 70 घर बंद होगें. वहीं बेटियों की शादी की न्यूनतम आयु को बढ़ाने को लेकर भी मंत्री हफिजुल हसन ने विवादित बयान दिया था. उन्होंने तो लड़कियों की 16 साल की उम्र में ही शादी की वकालत की थी. उन्होंने कहा था कि केंद्र सरकार को लड़कियों की शादी की उम्र बढ़ाने की बजाय उनकी शादी की उम्र कम करनी चाहिए. मंत्रीजी ने इसके पीछे की वजह बताते हुए तर्क दिया था कि लड़कियों का शारीरिक विकास लड़कों की अपेक्षा अधिक तेजी से होता है. इसे देखते हुए शादी की उम्र घटाकर 16 साल कर देना चाहिए.