सावन शिवरात्रि हिंदुओं का बड़ा त्योहार है. यह सावन महीने में एक हिंदू त्योहार है जो चतुर्दशी तिथि को मनाया जाता है. यह भगवान शिव को समर्पित एक विशेष दिन है. इस दिन भगवान भोले की पूजा को बहुत अच्छा और फलदायी माना गया है. सावन शिवरात्रि पर भक्त व्रत रखते हैं और भगवान शिव की आराधना करते हैं. इस दिन भक्त शिव मंदिरों में जाकर जल अर्पण करते हैं. मंत्रों का जाप करते हैं और विशेष अनुष्ठान करते हैं. माना जाता है कि व्रत रखने और अनुष्ठान करने से भक्त शांति, समृद्धि और आध्यात्मिक ज्ञान प्राप्त कर सकते हैं. सावन शिवरात्रि को भगवान शिव के लिए एक शुभ दिन माना जाता है और इसे दुनिया भर में हिंदू भक्ति और उत्साह से मनाते हैं. यह त्योहार भक्तों के लिए भगवान शिव के प्रति अपने प्यार और भक्ति को व्यक्त करने और सुखी और पूर्ण जीवन के लिए उनका आशीर्वाद मांगने का एक अवसर माना जाता है. इस साल 4 जुलाई से सावन महीने की शुरुआत हो चुकी है. सावन में देवों के देव महादेव भगवान भोलेनाथ की अराधना की जाती है. सावन के प्रत्येक सोमवार को भगवान शिव की पूजा के साथ ही व्रत भी रखा जाता है. मान्यताओं के अनुसार, शिवरात्रि के दिन भगवान शिव और माता पार्वती की शादी हुई थी. इसलिए इस दिन को और धूमधाम से मनाया जाता है.इस साल सावन के महीने की शुरूआत 4 जुलाई से हो रही है जिसके कारण 2 सावन शिवरात्रि मनाई जाएगी. पहली सावन शिवरात्रि का व्रत 15 जुलाई रखा जाएगा, सावन शिवरात्रि पहले व्रत के दिन भगवाव शिव की पूजा करने का पहला शुभ मुहुर्त दोपहर के 12 बजकर 18 मिनट से 1 बजकर 11 मिनट तक है, और दूसरा शुभ मुहूर्त दोपहर के 02 बजकर 56 मिनट से 03 बजकर 49 मिनट तक है. दूसरी सावन शिवरात्रि 14 अगस्त को मनाई जाएगी.