बिहार के पूर्व मुख्यमंत्री और राजद सुप्रीमो लालू यादव एक बार फिर से राजनीतिक मंचों पर नजर आने लगे हैं. अपनी लंबी बीमारी से उभरने के बाद लालू ने 2024 में मोदी सरकार को उखाड़ फेंकने का संकल्प लिया है. उन्होंने साफ कहा है कि मैं अब ठीक हो गया हूं और अब मोदी को ठीक कर दूंगा. पटना की विपक्षी महाबैठक में लालू यादव अपने पुराने तेवर में नजर आए. लालू ने अपने चिर-परिचित अंदाज में बीजेपी पर निशाना साधा. तो कांग्रेस नेता राहुल गांधी को एक सलाह दे डाली. लालू का पुराना अवतार देखकर उनके समर्थक काफी खुश हैं. इसी के साथ लालू के पुराने भाषण सोशल मीडिया पर काफी वायरल होने लगे हैं. इसी कड़ी में लालू यादव एक पुराना वीडियो वायरल हो रहा है जिसमें वह लोकसभा में बोलते दिखाई दे रहे हैं. यह वीडियो उस वक्त का है जब केंद्र में अटल बिहारी वाजपेयी की सरकार थी. लोकसभा में लालू प्रसाद यादव भाषण दे रहे थे, तभी ममता बनर्जी के साथ उनकी तीखी बहस हो गई थी. इस दौरान लालू प्रसाद यादव ने ममता बनर्जी को ‘पगली’ तक कह दिया था. लालू प्रसाद यादव और ममता बनर्जी के बीच हुई बहस को सुनकर तत्कालीन प्रधानमंत्री अटल विहारी वाजपेयी भी अपनी हंसी नहीं रोक पाए थे. दरअसल, सदन में यह बहस मंत्रिमंडल के विस्तार को लेकर हो रही थी. लालू यादव ने ममता को निशाना बनाते हुए बोलते कहा कि ये हमारी बहन ममता मामूली थोड़ी हैं, मजबूत हैं. उनकी ताकत थी. ममता जी ने कहा था कि हम रेल लेंगे. नीतीश जी बोले- हम नहीं छोड़ेंगे रेल. तब पंचायती करने जॉर्ज साहब पहुंच गए कि भाई, सरकार टूट जाएगी. नीतीश मान जाओ. त नीतीश जी ने जॉर्ज साहब से कहा कि खबरदार! फिर बिहार से क्या तुमको लड़ना नहीं है. ये स्थिति है. इसके बाद ममता बनर्जी ने बीच में रोकते हुए कहा कि लालू जी ने मेरा नाम लिया है, तो मैं अपनी पॉजीशन क्लियर कर देना चाहती हूं. ममता बनर्जी ने कहा कि ये बात सच नहीं है कि हमारी पार्टी मिनिस्ट्री में चयन करना चाहती है. पार्टी से बस ऑप्शन पूछा गया जो हमने दिया.ममता ने कहा कि हम लोग तो बाहर से सपोर्ट कर सकते हैं, आपलोग नहीं कर सकते, क्योंकि आपलोगों को मिनिस्ट्री की जरूरत है. हम लोगों को नहीं है. इस पर लालू ने ममता से वापस पूछा- ये बात सही नहीं है कि रेल मांगा गया था. तब ममता बनर्जी ने जवाब दिया- नहीं मंगा गया था,” बस इस पर ही लालू यादव भड़क गए और बोलें- त नहीं मांगा गया था, त नहीं मिलेगा, अब कभी भी. लालू यादव की इस बात पर पूरा सदन हंसने लगा था. खुद अटल बिहारी वाजपेयी अपनी हंसी नहीं रोक पाए थे. वहीं ममता बनर्जी इस पर काफी भड़क गई थीं और उन्होंने लालू यादव को जमकर सुनाया था.