रांची: राजनीति को अनिश्चितताओं का खेल कहा जाता है. कौन किसके साथ है और किस पाले में कब चला जायेगा ये शायद किसी को पता नहीं होता. ठीक कुछ ऐसा ही महाराष्ट्र में हुआ है. दअरसल विपक्षी एकता की कवायद को महाराष्ट्र से एक बड़ा झटका तब लगा जब अजीत पवार ने अपने कई विधायको के साथ पाला बदलकर बीजेपी के साथ हो गए. इस मामले में अब झारखंड में भी सियासी बयानबाजी तेज हो गई है.कांग्रेस के प्रवक्ता राकेश सिन्हा ने कहा कि एक व्यक्ति से जाने से धराशायी गई है भारतीय जनता पार्टी है ऐसी पार्टी है जो अपनों से ज़्यादा दूसरों पर भरोसा करती है. यही कारण है कि टुकड़े टुकड़े गैंग की सम्भावनाएं हैं. भारतीय जनता पार्टी में शुरू हो चुका है कि हम कैसे अन्य राजनीतिक दल को डरा धमकाकर कर सत्ता बचाते रहे. लोकतंत्र और संविधान इनके लिए मायने नहीं रखता है.वही जेएमएम के प्रवक्ता तनुज़ खत्री ने कहा कि लगातार चुनी हुई सरकारों को गिराने का काम भारतीय जनता पार्टी द्वारा किया जाता है. निश्चित रूप से पिछले दिनों जिस तरह से महाराष्ट्र में ऑपरेशन लोटस की बात हुई थी. जहां भारतीय जनता पार्टी कमज़ोर है वहां कैसे भी करके वो अपनी सरकार बनाना चाहती है. ED CBI के द्वारा बीजेपी तोड़ने का प्रयास करती है. लोकतंत्र की हत्या होती है लोकतंत्र के लिये यह काला दिन है.
वहीं भारतीय जनता पार्टी के प्रवक्ता प्रतुल शाहदेव ने विपक्ष पर निशाना साधते हुए कहा कि जैसे 2024 के चुनाव आ रहा है. प्रधानमंत्री को फिर से प्रधानमंत्री बनाने के लिए महाराष्ट्र में जो हुआ इससे शक्ति और बढ़ी है. यह वंशवादी पार्टियों के लिए बहुत बड़ा संकेत है. झारखंड में वंशवादी पार्टी के लिए खतरे की घंटी है.