राष्ट्रीय आदिवासी एकता परिषद संगठन के राष्ट्रीय अध्यक्ष के आवाहन पर आज सोमवार (7 अगस्त) को भारत बंद का आवाहन किया गया है. जिसमें गुमला में आंशिक असर देखने को मिल रहा है. सुबह से ही राष्ट्रीय आदिवासी एकता परिषद के सदस्य सड़क पर उतर गुमला के सिसई रोड में प्रदर्शन कर रहे हैं. वहीं वाहनों के परिचालन को बाधित कर दिया है. जिसमें लोगों को परेशानी भी हो रही है. वहीं इस संदर्भ में जिला सचिव संजय उरांव ने बताया कि राष्ट्रीय आदिवासी एकता परिषद (सामाजिक) संगठन के राष्ट्रीय अध्यक्ष एच एन रैकवार के द्वारा आदिवासियों पर हो रहे अन्याय अत्याचार एवं संसद में बनाये जा रहे कानून के विरोध में कॉमन सिविल कोड (समान नागरिकता संहिता) कानून लागू करने के विरोध में, मणिपुर में हुई हिंसा एवं महिलाओं पर हुए जघन्य अपराध के विरोध में, नेशनल कॉरिडोर एवं भारतमाला परियोजना के नाम पर 4 लाइन, 6 लाइन, 8 लाइन, 10 लाइन बनाकर दोनों किनारों में नए-नए इंडस्ट्रियल कॉरिडोर का निर्माण कर आदिवासियों को विस्थापित कर एवं 6वीं अनुसूची क्षेत्रों को खत्म करने के विरोध में इसके साथ-साथ 22 ज्वलंत समस्याओं को लेकर आज भारत बंद का आवाहन किया गया है.
महिलाएं हाथों में बैनर लेकर बीच सड़क पर खड़ी हो गयीं है और वाहनों के परिचालन को बाधित कर दिया है. जिसके वजह से लंबी दूरी के वाहन आधे रास्ते में ही रूक गए है. इसके वजह से कई लोगों को काफी परेशानी का भी सामना करना पड़ा.
समस्त आदिवासी मूलनिवासी से आग्रह है कि भारत बंद को स बनाने में सहयोग की अपील की है. भारत बंद में जितने भी आवश्यक सेवाएं हैं उनको बंद से बाहर रखा गया है.