बिहार में बीते कुछ महीनों से क्राइम ग्राफ में काफी बढ़ोतरी देखने को मिल रही है. प्रदेश के हर जिले से हत्या, अपहरण और रेप जैसे संगीन अपराध अक्सर अखबारों की सुर्खियां बनते हैं. अपराधी सरेआम कानून व्यवस्था की धज्जियां उड़ाते हैं और पुलिस उन्हें पकड़ने में नाकाम रहती है. मंगलवार (31 अक्टूबर) को कई जिलों से फायरिंग की घटनाएं सामने आईं. सबसे पहला मामला वैशाली जिला का है. यहां बेलगाम अपराधियों ने नेशनल हाइवे पर एक युवक को गोली मार कर हत्या करने की कोशिश की. गनीमत रही कि गोली युवक के हेलमेट को छूकर निकल गई. युवक ने अपनी जान एक होटल में छिपकर बचाई. ये घटना पटना-मुजफ्फरपुर मुख्य मार्ग की है. यहां 3 अज्ञात अपराधियों ने सीएनजी ऑटो एजेंसी मालिक को निशाना बनाया. ऑटो एजेंसी मालिक जब अपनी मोटरसाइकिल से घर जा रहा था, तभी अपराधियों ने उसपर फायरिंग शुरू कर दी. गनीमत है कि युवक ने हेलमेट लगा रखा था, जिससे गोली सिर में नहीं लगी और हेलमेट से टकराकर निकल गई. हालांकि, गोली के छर्रे चेहरे सहित पूरे शरीर में लगे हैं. जिससे उसका इलाज चल रहा है. इस घटना के बाद पुलिस की पेट्रोलिंग पर सवार उठ रहे हैं. दूसरी ओर सीतामढ़ी में अपराधियों ने 2 घटनाओं को अंजाम दिया. पहली घटना शहर स्थित राधाकृष्ण गोयनका महाविद्यालय में अपराधियों ने प्रोफेसर को गोली मार दी. वहीं दूसरी ओर बथनाहा थाना क्षेत्र के हरिबेला के समीप शाम में एक युवक को तीन गोलियां दागी गई है. जिसका इलाज निजी नर्सिंग होम में कराया जा रहा है. इस पूरी घटना को लेकर सीतामढ़ी पुलिस छानबीन शुरू कर दी है. लेकिन लगातार हो रही गोलीबारी की घटना से जिले में आतंक का माहौल बना हुआ है.