मुजफ्फरपुर: बिहार पुलिस ने 22 वर्षीय युवती के साथ सामूहिक बलात्कार के आरोप में मुजफ्फरपुर के कांटी प्रखंड के अंचलाधिकारी सहित तीन लोगों के खिलाफ मामला दर्ज किया है. बिहार के मुजफ्फरपुर की एक जिला अदालत के निर्देश पर पुलिस द्वारा उक्त प्राथमिकी दर्ज की गई है. आरोपियों में कांटी प्रखंड के अंचलाधिकारी राज शेखर और उनके दो अधीनस्थ जितेंद्र कुमार और मुमताज शामिल हैं. अभियोजन पक्ष के वकील सुधीर ओझा ने पत्रकारों से कहा कि मुजफ्फरपुर के मुख्य न्यायिक दंडाधिकारी की अदालत के निर्देश पर कांटी थाने में तीनों आरोपियों के खिलाफ मामला दर्ज किया गया है. उन्होंने कहा,'पीड़िता इसी साल आठ अगस्त को आरोपियों के संपर्क में आई और उन्होंने उसे सरकारी नौकरी दिलाने का वादा किया था. बाद में एक आरोपी ने उसे राज शेखर के यहां बुलाया और उसके साथ कई बार बलात्कार किया गया. इसके बाद उन्होंने उसे सरकारी नौकरी दिलाने से इनकार कर दिया.'इस पर पीड़िता ने तीनों आरोपियों के खिलाफ प्राथमिकी दर्ज करने की मांग करते हुए जिला अदालत का दरवाजा खटखटाया. उनके द्वारा पेश किए गए सबूतों के आधार पर, अदालत ने जिला पुलिस को आरोपियों के खिलाफ प्राथमिकी दर्ज करने का निर्देश दिया.
इसी बीच सीओ ने अपने बचाव में जिलाधिकारी प्रणव कुमार को आवेदन देकर कहा है कि वो युवती को पहचानते भी नहीं हैं. उन्होंने आगे कहा कि अहियापुर का एक भू-माफिया गैर कानूनी काम करने का दबाव बना रहा था. वो लगातार उन्हें धमकी दे रहा था. इसी बीच युवती ने पैसे लेकर उन्हें झूठे मुकदमे में फंसा दिया. वो युवती को जानते भी नहीं है. उन्होंने अपने आवास के सीसी कैमरे की जांच कराने की बात भी कही है.