झारखंड के मुख्यमंत्री चंपई सोरेन ने मोदी सरकार की आलोचना की है और हेमंत सोरेन के खिलाफ जांच को लेकर उन्हें भाजपा को निशाने पर लिया है. उन्होंने कहा कि जो भी बीजेपी के सामने झुक जाता है, उसके खिलाफ कोई जांच नहीं की जाती है. ऐसा करने वालों के खिलाफ कोई कार्रवाई नहीं होती. उन्होंने इसके उदाहरण के रूप में भानु प्रताप शाही, अजित पवार, छगन भुजबल और हिमंता बिस्वा सरमा का जिक्र किया.चंपई सोरेन ने आदिवासियों की जमीन और जंगलों के मुद्दे पर भी बात की. साथ ही जंगलों को हरा भरा करने की मांग की. उन्होंने कहा कि अगर एजेंसियां आदिवासियों की जमीन के मामले में गंभीर हैं तो उन्हें जांच करने की आवश्यकता है और शहरों को फिर से हरा भरा बनाया जाना चाहिए. पूर्व मुख्यमंत्री हेमंत सोरेन को ईडी ने जमीन घोटाले से संबंधित एक मामले में आरोप लगाया है. उन्हें जमीन पर अवैध कब्जा के मामले में धनशोधन के आरोपों के साथ गिरफ्तार किया गया है. चंपई सोरेन ने उनके खिलाफ भी बयान दिया है कि अगर हेमंत सोरेन भी विपक्ष की बात मान लेते तो उनके सामने झुक जाते और उनके खिलाफ ना कोई जांच होती, ना ही कार्रवाई.हेमंत सोरेन को 31 जनवरी को ईडी ने गिरफ्तार किया था. उनके साथ कई घंटे तक पूछताछ की गई. उन्हें 20 जनवरी से पहले समन जारी किए गए थे, लेकिन वह पेश नहीं हुए थे. उनकी गिरफ्तारी के बाद चंपई सोरेन को प्रदेश का मुख्यमंत्री बनाया गया है. हेमंत सोरेन फिलहाल बिरसा मुंडा सेंट्रल जेल में हिरासत में हैं.