बिहार में एनडीए सरकार बनने के बाद भी अपराध में कोई कमी नहीं देखने को मिल रही है. इसी क्रम में मंगलवार (6 फरवरी) को प्रदेश के कई जिलों में बदमाशों का आतंक देखने को मिला. नालंदा और सासाराम में बदमाशों ने सरेआम गोली मारकर हत्या कर दी है. नालंदा जिले में मंगलवार (6 फरवरी) की देर शाम सरमेरा थाना क्षेत्र इलाके के गौसनगर गांव में जमीनी विवाद को लेकर हुई गोलीबारी में एक बुजुर्ग व्यक्ति की मौत हो गई. दरअसल, रामाश्रय यादव का शंकर केवट और दिलीप राउत से 2011 से छह कट्ठा जमीन का विवाद बाद चल रहा था.
बताया जा रहा है कि इसी जमीन के विवाद को लेकर शंकर केवट और दिलीप राउत नशे की हालत में रामेश्वर यादव के घर में घुसकर घर के अन्य सदस्यों के साथ मारपीट कर रहा था. अपने परिवार के सदस्यों को पिटते देख रामाश्रय यादव ने बीच बचाव करना चाहा. इसी दौरान शंकर केवट और दिलीप राउत ने रामाश्रय यादव के ऊपर गोली चला दी. जिससे दो गोली रामाश्रय यादव के गर्दन में लग गई. जिससे उसकी मौके पर ही मौत हो गई. मृतक के पुत्र ने बताया कि इस जमीन के विवाद को लेकर पूर्व में भी मारपीट की घटना घट चुकी है. घटना की जानकारी मिलते ही सरमेरा थाना की पुलिस घटनास्थल पर पहुंचकर शव को कब्जे में लेकर पोस्टमार्टम के लिए बिहार शरीफ सदर अस्पताल भेज दिया है और मामले की छानबीन में जुट गई है. उधर सासाराम के मुफस्सिल थाना क्षेत्र के डुमरिया गांव में आपसी रंजिश में एक युवक की सरेआम गोली मारकर हत्या कर दी गई. मृतक गांव में बारात देखने के लिए आया था. इसी दौरान घटना को अंजाम दिया गया. पुलिस ने शव को अपने कब्जे में लेकर जांच शुरू कर दी. हत्या का आरोप गांव के ही कुछ दबंग प्रवृत्ति के लोगों पर लगा है. बताया जाता है कि गांव में एक बारात आई हुई थी. मृतक धर्मराज राम तथा अन्य लोग बारात देखने गए हुए थे. इसी दौरान गांव के ही कुछ लोगों ने पुरानी रंजिश में युवक धर्मराज राम को बगल में बुलाकर पांच गोलियां मार दी. बता दें कि मृतक धर्मराज राम की पिछले साल ही शादी भी हुई थी. वह शिवराम का पुत्र था. इस वारदात के बाद गांव में काफी तनाव हो गया है.