चतराः लोक सभा चुनाव आते ही उम्मीदवारी को लेकर जद्दोजहद शुरू हो गई है. कोई स्थानीय उम्मीदवार की मांग पर अड़ा है तो कोई अल्पसंख्यक मुस्लिम समुदाय को उम्मीदवार की मांग कर रहा है.
चतरा लोक सभा सीट से उठी अल्पसंख्यक को उम्मीदवार बनाने की मांग
इस बाबत स्थानीय तारा पैलेस में अल्पसंख्यक मुस्लिम समुदाय के लोगों ने बैठक की और चतरा लोकसभा के साथ- साथ गिरिडीह, कोडरमा और गोड्डा से अल्पसंख्यक उम्मीदवार की मांग की. उन्होंने कहा कि पूर्व में भी गोड्डा, गिरिडीह आदि संसदीय क्षेत्र से मुस्लिम समुदाय के प्रत्याशी चुनाव जीतकर लोकसभा का प्रतिनिधित्व कर चुके हैं.
'मुस्लिम समुदाय टिकट नहीं मिलने पर लिया जाएगा कड़ा निर्णय'
ऐसे में उन्होंने हर हाल में उम्मीदवारी की मांग की. उन्होंने कहा कि अगर महागठबंधन की सरकार के द्वारा मुस्लिम प्रत्याशी नहीं दिया गया तो यह समझा जाएगा कि महागठबंधन की सरकार सिर्फ अल्पसंख्यक समुदाय को वोट बैंक के रूप में इस्तेमाल करती है. ऐसे में मुस्लिम समुदाय टिकट नहीं मिलने पर इसका न सिर्फ विरोध करेगा, बल्कि कड़ा निर्णय भी लेगा.
'जिसकी जितनी आबादी होगी, वहां उसकी उतनी ही भागीदारी होगी'
उन्होंने इशारे ही इशारे में भाजपा की ओर जाने का यह कहते हुए संकेत दिया कि कश्मीर और उत्तर प्रदेश में भी मुस्लिम समुदाय के लोग भाजपा को वोट देकर जीता रहे हैं, किसी को कोई दिक्कत नहीं हो रही है. हालांकि उन्होंने कहा कि जहां जिसकी जितनी आबादी होगी, वहां उसकी उतनी ही भागीदारी होगी.