बिहार के बाढ़ में लव जिहाद का एक और मामला सामने आया है. जिसके बाद माहौल गरमा गया है. जानकारी के अनुसार, एक दलित नाबालिग बच्ची को उसकी कुछ सहेलियों ने ही बहला फुसलाकर अगवा करा दिया. दलित नाबालिग बच्ची बाढ़ में पंचशील नगर की रहने वाली है. अब तो पिता उमेश पासवान को भी मामला थाने में दर्ज करने पर जान से मारने की धमकी दी जा रही है.
18 दिनों से बेटी लापता
दरअसल, बीते 18 दिनों से नाबालिग बेटी रौशनी के घर नहीं लौटने से माता सुमित्रा देवी का रो-रोकर बुरा हाल है और परिजन काफी परेशान है. 18 दिनों बाद अब तो आँखों के आँसू भी सूख गए हैं, लेकिन बच्ची नहीं मिली. बेटी रौशनी 13 अप्रैल दिन शनिवार को घर से ट्यूशन पढ़ने निकली थी. जब शाम तक बच्ची घर नहीं लौटी, तब परिवार के लोग परेशान होकर उसकी तलाश करने लगे.
लड़के ने बहला फुसलाकर किया नाबालिग का अपहरण
जिसके बाद परिवार वालों को पता चला कि बच्ची अपनी कुछ मुस्लिम सहेलियों के साथ ट्यूशन पढ़ने गई थी. रास्ते में फुलवारी शरीफ के किसी लड़के ने नाबालिग को बहला फुसलाकर अपहरण कर लिया. फुलवारीशरीफ राजधानी पटना का वह क्षेत्र है जहां से गजवा ए हिंद का नारा बुलंद किया गया था. वहां कई वर्षों से पीएफआई का स्लीपर सेल सक्रिय था.
दो दिनों बाद बेटी ने मां से किया संपर्क
दो दिनों बाद बच्ची रौशनी ने मां से संपर्क किया, तो मोबाइल पर कुछ लोगों की आवाज आ रही थी. फोन का स्पीकर ऑन था और कुछ लोग बच्ची को डरा धमका रहे थे. बच्ची रो रोकर उनकी बातों को ही दोहरा रही थी. पता चला कि एक मुस्लिम लड़की ने ही रोशनी की दोस्ती फुलवारीशरीफ के लड़कों से करवाई थी. अब हिंदूवादी संगठन भी आंदोलन की तैयारी में जुट रहा हैं. वहीं बिहार के बाढ़ में लोकसभा चुनाव के तीसरे फेज में यानी 13 मई को चुनाव होना है. ऐसे में बाढ़ का माहौल और भी गर्मा सकता है. ये मामला तूल पकड़ सकता है.