जमुईः बिहार के जमुई टाउन थाना क्षेत्र के एक गांव में 5 दिन पहले घर में अकेली नाबालिग को बंधक बनाकर सामूहिक दुष्कर्म करने मामले का फरार दो अभियुक्तों ने बुधवार को जमुई कोर्ट के समक्ष आत्मसमर्पण कर दिया. आत्मसमर्पण करने वालों में गोलू सिंह और सूरजभान सिंह शामिल हैं. दोनों के आत्मसमर्पण से पुलिस को बड़ी राहत मिली है.
सामूहिक दुष्कर्म के मामले में अभियुक्तों की गिरफ्तारी पुलिस के लिए कड़ी चुनौती थी. जबकि एक अभियुक्त छोटू सिंह अब भी फरार चल रहा है. जिसकी तलाश में पुलिस जुटी हुई है. वहीं आत्मसमर्पण करने वाले दोनों अभियुक्तों का कोर्ट में बयान करने के बाद कोर्ट के आदेश पर दोनों को जेल भेजा जाएगा.
आपको बता दें कि टाउन थाना क्षेत्र के एक गांव में 5 दिन पहले हो रहे शादी समारोह के दौरान घर में अकेली नाबालिग को तीन युवकों ने देर रात बंधक बनाकर दूसरे घर ले जाकर सामूहिक दुष्कर्म की वारदात को अंजाम दिया था. उसके बाद पीड़िता नाबालिग के बयान पर टाउन थाना में तीन लोगों पर मुकदमा दर्ज किया गया था. फिर सभी अभियुक्त फरार चल रहे थे.
उसके बाद पुलिस मंगलवार को अभियुक्तों के घर पर इश्तेहार चिपका कर हाजिर होने की सख्त हिदायत दी थी. उसके बाद पुलिस की दबिश की वजह से दो अभियुक्तों ने बुधवार को आत्मसमर्पण कर दिया. हालांकि अधिवक्ता प्रसिद्ध नारायण सिंह ने बताया कि टाउन थाना क्षेत्र के एक गांव में नाबालिग के साथ सामूहिक दुष्कर्म की वारदात हुई थी. जिसमें तीन लोगों को नामजद अभियुक्त बनाया गया था.
जिसमें गोलू सिंह, सूरजभान सिंह और छोटू सिंह शामिल हैं. उसके बाद गोलू सिंह और सूरजभान सिंह ने आत्मसमर्पण किया है. जबकि छोटू सिंह फरार चल रहा है. अधिवक्ता ने बताया कि एक सुनियोजित ढंग से गोलू सिंह और सूरजभान सिंह पर सामूहिक दुष्कर्म का आरोप लगाया गया है. जिस वजह से दोनो ने कोर्ट के समक्ष आत्मसमर्पण किया है.