रांचीः लैंड स्कैम से जुड़े मामलों को लेकर पूर्व मुख्यमंत्री हेमंत सोरेन की गिरफ्तारी के बाद कैबिनेट में अहम पोजीशन पर रहने वाले ग्रामीण विकास मंत्री आलमगीर आलम को भी टेंडर कमीशन और बरामद करोड़ों रुपए मिलने के मामले पर ईडी ने गिरफ्तार कर लिया है. ईडी की इस कार्रवाई को जहां विपक्ष भ्रष्टाचार पर बड़ा वार मान रहा है. वहीं दूसरी तरफ सत्ता पक्ष इस कार्रवाई को बीजेपी के खिलाफ आवाज बुलंद करने की सजा बता रहा है. आलमगीर आलम की गिरफ्तारी के बाद झारखंड का सियासी पारा चढ़ गया है.
'भ्रष्टाचार के खिलाफ हो रही कार्रवाई के बाद विपक्ष बौखला गया'
ईडी ने झारखंड सरकार की ग्रामीण विकास मंत्री आलमगीर आलम को गिरफ्तार कर लिया है. उनकी गिरफ्तारी को लेकर रांची के विधायक सीपी सिंह ने अपनी प्रतिक्रिया दी है. उन्होने कहा कि महागठबंधन की सरकार में भ्रष्टाचार के कई मामले सामने आ चुके हैं. यह अभी शुरुआत है. हेमंत सोरेन भी गिरफ्तार हो चुके हैं और उनके कई सहयोगी भी गिरफ्तार हुए हैं. यह सब पैसे का खेल है. वहीं विपक्ष पर तंज कसते हुए उन्होंने कहा कि भ्रष्टाचार के खिलाफ हो रही कार्रवाई के बाद विपक्ष बौखला गया है.
'तमाम खाने वाले को अपनी पार्टी में शामिल कराऊंगा और उन्हें खाने दूंगा'
झारखंड सरकार की ग्रामीण विकास मंत्री आलमगीर आलम की गिरफ्तारी को लेकर कांग्रेस के प्रवक्ता राकेश सिन्हा ने तंज कसा है. उन्होंने कहा कि प्रधानमंत्री का नारा बदल गया है. प्रधानमंत्री का यह नारा है कि तमाम खाने वाले को अपनी पार्टी में शामिल कराऊंगा और उन्हें खाने की जगह दूंगा. तमाम भ्रष्टाचारी प्रधानमंत्री के पार्टी में है. अजित पवार, छगन भुजबल, नारायण राणे, रवन्ना, चिन्मयानंद जैसे कई नाम है जो पीएम के प्रिय हैं. प्रधानमंत्री का बड़बोलेपन को देश की जनता देख रही है. ED को आगे कर विपक्ष को डराने-धमकाने का प्रयास किया जा रहा है.