लोकसभा चुनाव अब झारखंड प्रवेश कर चुका है. पहले चरण में मतदाताओं के उत्साह के बाद अब दूसरे चरण के लिए सरगर्मी तेज हो गई है. तमाम राजनीतिक दल बाकी बची 10 सीटों पर ताबड़तोड़ रैलियां कर रहे हैं. इसी कड़ी में प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी का प्रचार-प्रसार भी जारी है. झारखंड में पीएम मोदी ने भ्रष्टाचार, परिवारवाद और तुष्टीकरण को लेकर विपक्ष पर जमकर निशाना साधा. झारखंड की धरती से पीएम मोदी ने जनता को गारंटी दी है कि भ्रष्टाचारियों पर कार्रवाई जारी रहेगी. जनता के पैसे की चोरी और लूट नहीं हो सकती. प्रधानमंत्री के इस बयान के बाद राजनीतिक आरोप-प्रत्यारोप का दौर शुरू हो गया है. पीएम के बयान पर जेएमएम और कांग्रेस ने पलटवार करते हुए बीजेपी पर ही भ्रष्टाचार करने के आरोप लगाए हैं.
कांग्रेस के प्रवक्ता राकेश सिन्हा ने कहा कि जिनकी पार्टी अकाउंट भ्रष्टाचार में डूबी है और भ्रष्टाचारियों को प्रधानमंत्री ने खुद में शामिल कर लिया है, वह हमें भ्रष्टाचार पर नसीहत दें, यह सही नहीं. परिवारवाद पर कांग्रेस प्रवक्ता ने कहा कि भारतीय जनता पार्टी के उन नेताओं का डीएनए टेस्ट करने की जरूरत है, जिनके बच्चे राजनीति में हैं. राकेश सिन्हा ने कहा कि प्रधानमंत्री को अपनी हार सुनिश्चित दिख रही है. उन्हें महंगाई, बेरोजगारी, महिला सुरक्षा और किसानों की आमदनी का मुद्दा दिखाई नहीं दे रहा है.
प्रधानमंत्री के बयान पर झारखंड मुक्ति मोर्चा ने भी पलटवार किया है. जेएमएम नेता डॉ तनुज खत्री ने कहा कि चौथे चरण के मतदान के बाद प्रधानमंत्री हताश और निराश हैं. उन्होंने कहा कि जिस तरीके से भारतीय जनता पार्टी के खिलाफ आक्रोश उमड़ा है, उससे भाजपा पूरी तरीके से डर गई है. तनुज खत्री ने कहा कि भ्रष्टाचार पर बात करने वाले प्रधानमंत्री यह नहीं बताते कि इलेक्टोरल बॉन्ड से किसने बड़ा भ्रष्टाचार किया है. उन्होंने कहा कि प्रधानमंत्री झारखंड आते हैं तो सरना कोड पर कुछ नहीं कहते. आरक्षण पर कुछ स्पष्ट नहीं करते. जेएमएम नेता ने कहा कि प्रधानमंत्री के भाषण यह बताने के लिए काफी है कि अब वह चुनाव हारने वाले हैं.
वहीं भाजपा विधायक सीपी सिंह ने प्रदेश की सभी 14 लोकसभा सीटें जीतने का दावा किया है. पीएम मोदी के बयान पर सीपी सिंह ने कहा कि प्रधानमंत्री आज से नहीं बल्कि शुरू से ही भ्रष्टाचारियों के खिलाफ कार्रवाई की बात कर रहे हैं और लगातार कारवाई हो भी रही है. उन्होंने कहा कि प्रधानमंत्री भ्रष्टाचार, परिवारवाद और तुष्टिकरण के खिलाफ हैं.