ट्रेन पर पथराव करने वाले 4 आरोपियों को रेलवे पुलिस ने धरा, जानें क्यों करते थे हमला

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 बिहार के मुजफ्फरपुर जिले में बीते दिनों राजधानी ट्रेन सहित कई ट्रेनों पर पथराव की घटनाएं सामने आई थीं. अब इस मामले में रेलवे पुलिस ने 4 लोगों को हिरासत में लिया था. चारो युवकों को मुजफ्फरपुर के तुर्की इलाके से गिरफ्तार किया गया है. बता दें कि प्रदेश में ट्रेनों पर पत्थरबाजी की घटनाएं काफी बढ़ गई हैं. मुजफ्फरपुर में एक ही जगह पर एक सप्ताह के अंदर दो ट्रेनों को निशाना बनाया गया. जिसके बाद रेलवे पुलिस एक्टिव हो गई और रात को गश्ती बढ़ा दी. पत्थरबाजी की घटना में पुलिस ने चार लोगों को गिरफ्तार किया है. सभी आरोपियों ने अपना गुनाह कबूल कर लिया है. उन्होंने बताया कि उन लोगों ने नशे में ट्रेन पर पथराव किया था. आरोपियों ने कहा कि इस काम में उन लोगों को मजा आता था.आरपीएफ प्रभारी निरीक्षक भरत कुमार ने इसकी पुष्टि करते हुए बताया कि बुधवार को पहले राजधानी एक्सप्रेस और इसके बाद शुक्रवार को अवध-असम एक्सप्रेस पर पथराव हुआ था. इन मामले में गिरफ्तार चारो आरोपियों ने नशे में ट्रेनों पर पत्थरबाजी करने की बात कबूल की है. अब सभी आरोपियों को सोनपुर स्थिति रेल कोर्ट में पेश करके न्यायिक हिरासत में भेज दिया गया है. उन्होंने बताया कि आरोपियों ने बताया कि वह रेलवे लाइन के किनारे बैठकर नशापान करते हैं. बुधवार और शुक्रवार को भी वह सभी नशे का सेवन कर रहे थे, इसी दौरान वहां से ट्रेन गुजरी. नशे की हालत में ही उन्होंने ट्रेन पर पथराव किया था. इससे पहले 15 जून को समस्तीपुर रेल मंडल के सकरी-ककरघट्टी स्टेशन के बीच जयनगर से नई दिल्ली जा रही स्वतंत्रता सेनानी एक्सप्रेस ट्रेन पर पथराव हुआ था. इस घटना में ट्रेन के एसी कोच M1, B3 और B6 की खिड़की के शीशे क्षतिग्रस्त हो गए थे. इस घटना में ट्रेन में सवार कुछ यात्री जख्मी हो गए, जिनका समस्तीपुर रेलवे स्टेशन पर इलाज किया गया था. रेलवे पुलिस ने इस मामले में दो लोगों को गिरफ्तार किया था. दोनों आरोपियों की पहचान सदर प्रखंड के खरथुआ निवासी परवेज के 22 वर्षीय पुत्र मो. प्यारे और मो. साबिर के 24 वर्षीय पुत्र मो. राजा के रूप में हुई थी. इस मामले में रेलवे के वरीय अधिकारी के निर्देश पर आरपीएफ पोस्ट, दरभंगा में इन दोनों के खिलाफ पाथमिकी भी दर्ज कराई थी.

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