रांची : आगामी झारखंड विधानसभा चुनाव को लेकर भारतीय जनता पार्टी इलेक्शन मोड में आ चुकी है. बीजेपी के बड़े नेताओं का लगातार झारखंड दौरा हो रहा है जहां वो जनता के बीच जा रहे हैं. झारखंड मुक्ति मोर्चा का बड़ा आरोप है कि भाजपा की ऊर्जा खत्म हो गई है इसलिए वह झारखंड रिचार्ज होने आते हैं लेकिन विधानसभा के चुनाव में पूरी तरीके से डिस्चार्ज कर झारखंड से बाहर भेजा जाएगा. इस बयान के बाद बयान बाजी तेज हो गई है और इस पर जेएमएम प्रवक्ता मनोज पांडे ने भी कहा कि बीजेपी के नेता किस तरह से रीचार्ज होने आ रहे है पता नहीं. बीजेपी के चुनाव सह प्रभारी आसाम के मुख्यमंत्री भी है और वहा बाढ़ आई हुई है लेकिन वह सरकारी खर्चे पर झारखंड का भ्रमण कर रहे है. यह लोग अपने कर्तव्य को छोड़ कर झारखंड का दौरा कर रहे हैं. इनके आने से हमें कोई फ़र्क नही पड़ता है.वहीं कांग्रेस प्रवक्ता राकेश सिन्हा ने कहा कि असम बाढ़ से पीड़ित है और हाहाकार मची हुई है. वहां के मुख्यमंत्री झारखंड जाकर लोगों को ज्ञान दे रहे हैं. अब वो जितनी बार आए और जितनी बार जाएं झारखंड में आपकी दाल गलने वाली नहीं है. बस इतनी बार आएंगे उतनी हमारी सीटों में इजाफा होगा. चाहे वह असम के मुख्यमंत्री हो या केंद्र मंत्री हो यह लोग जितनी बार आएंगे इंडिया गठबंधन की सीट उतनी बढ़ेगी और बीजेपी की सीट उतनी घटेगी. इस राज्य में बीजेपी के लिए अब कोई जगह नहीं है. भाजपा प्रवक्ता अशोक बड़ाइक ने कहा कि यह गठबंधन की तिलमिलाहट बताती है. हमारे प्रभारी के आने से यह लोग घबरा रहे हैं इसलिए ऐसी बातें कर रहे हैं. लोकसभा चुनाव के दौरान जिस तरह से 52 विधानसभा क्षेत्र में यह पीछे रहे इनके साथ मंत्री अपने विधानसभा क्षेत्र में हर और पूर्व मुख्यमंत्री चंपई सोरेन के विधानसभा क्षेत्र में भी यह लोग पीछे रहे, तो साफ पता चल रहा है यह लोग किस तरह से घबराए हुए हैं.