रांची: राष्ट्रीय अनुसूचित जनजाति आयोग की सदस्य डॉ. आशा लकड़ा ने संथाल परगना के कई जिलों में डेमोग्राफी चेंज के आरोप लगाए हैं. डॉ. आशा लकड़ा ने बीते दिन रविवार (28 जुलाई) को रांची के राजकीय अतिथिशाला में एक प्रेस कॉन्फ्रेंस की.
कई जिलों में घुसपैठियों द्वारा डेमोग्राफी में परिवर्तन का किया जा रहा काम
इस दौरान उन्होंने चेतावनी दी कि संथाल परगना के कई जिलों में घुसपैठियों द्वारा डेमोग्राफी परिवर्तन का काम किया जा रहा है. संथाल परगना के गोड्डा, साहिबगंज, पाकुड़, दुमका जिलों में घुसपैठियों द्वारा जनसांख्यिकी परिवर्तन का गंभीर खेल खेला जा रहा है.
सभी जिलों में जबरदस्ती किया जा रहा जमीन पर कब्जा
डॉ. आशा लकड़ा ने कहा कि राष्ट्रीय अनुसूचित जनजाति आयोग ने संथाल जिलों का भ्रमण कर वहां की स्थिति का आकलन किया है और रिपोर्ट तैयार की है. अब ये रिपोर्ट आयोग को सौंपी जाएगी. डॉ. आशा लकड़ा ने आगे बताया कि इन सभी जिलों में आदिवासियों की जमीन पर जबरदस्ती कब्जा किया जा रहा है.
भूदान के नाम पर डेमोग्राफी चेंज का खेल जारी
डॉ. आशा लकड़ा ने आगे बताया कि इसके साथ ही भूदान के नाम पर डेमोग्राफी चेंज का खेल जारी है. इन जिलों में कार्यरत अधिकारी मौन हैं. ऐसे गंभीर मुद्दों पर उनकी भी सहभागिता सामने आ रही है. राष्ट्रीय अनुसूचित जनजाति आयोग की सदस्य डॉ. आशा लकड़ा ने डेमोग्राफी चेंज से जुड़े कुछ आंकड़े भी बताए.