रांची: 'राहुल गांधी की अमेरिका यात्रा का मकसद भारत को बदनाम करना है. जो व्यक्ति विदेश में जाकर अपनी जन्मभूमि के खिलाफ बोल सकता है, उसके बारे में टिप्पणी करने का कोई फायदा नहीं है.' असम के मुख्यमंत्री हिमंता बिस्वा सरमा ने मंगलवार को झारखंड की राजधानी रांची में पत्रकारों से बात करते हुए ये बातें कहीं. हेमंत सरकार पर हमला बोलते हुए सरमा ने कहा, 5 साल तक किसी युवा को नौकरी नहीं दी और अब जब चुनाव का समय आया है, तो 10-10 किलोमीटर तक युवाओं को दौड़ाकर उनकी जान ली जा रही है. झारखंड सरकार पर जुबानी हमला बोलते हुए हिमंता बिस्वा सरमा ने कहा, सत्ताधारी दल के लोग झारखंड को चील-कौवे की तरह नोच-नोचकर खा रहे हैं. झारखंड में भ्रष्टाचार और अन्याय की पराकाष्ठा है. सत्ताधारी दल के लोगों के घरों से नोटों के पहाड़ बरामद हो रहे हैं. प्रदेश में कानून-व्यवस्था की स्थिति खराब है, यहां कोई सुरक्षित नहीं है. रेत, बालू और खनिज माफिया का प्रदेश में बोलबाला है.
उन्होंने कहा कि झारखंड सरकार ने जल जीवन मिशन का पैसा पूरा बर्बाद कर दिया. प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने इस मिशन के तहत हर घर जल के लिए पैसा भेजा था. सरमा ने यह भी कहा कि झारखंड में हो रहा डेमोग्राफी चेंज भयावह और भयानक है.
सरमा ने कहा, झारखंड सरकार ने 5 साल में कोई वादा पूरा नहीं किया. सरकार ने चूल्हा खर्च के रुप में दो हजार रुपये देने का वादा किया था. अब चुनाव के समय में 1 हजार रुपया पकड़ाया जा रहा है. झारखंड को बचाना भाजपा का कर्तव्य है, हम इस सरकार को उखाड़ फेकेंगे.
उन्होंने हेमंत सोरेन को नसीहत देते हुए कहा कि आप राजनीति करिए, समाज नीति करिए. इसके साथ ही जिन 16 युवाओं की मृत्यु हुई है, उनके घर में एक-एक नौकरी दीजिए. हम आपसे ये अपील कर रहे हैं.
सरमा ने यह भी कहा कि मुझे रहने के लिए बंगले की कोई जरूरत नहीं है. हमारे अपने कार्यकर्ता हैं, उनके घर में रहने से काम चल जाएगा. बंगला में रहने का उन्हें शौक है, हम बंगला में रहने वाले लोग नहीं हैं. हम आज किसी कार्यकर्ता के यहां रुक लिए, अगले दिन किसी और घर में रह लेंगे.