15 दिन की तैयारी, सब कुछ प्री-प्लांड, बाबा सिद्दीकी की हत्यारों ने उगले कई राज!

News Ranchi Mail
0

                                                                        


 महाराष्ट्र के पूर्व मंत्री और NCP (अजित पवार गुट) के सीनियर नेता बाबा सिद्दीकी की हत्या ने हड़कंप मचा दिया है. बाबा सिद्दीकी को तीन लोगों ने गोली मारी है. मुंबई पुलिस ने 24 घंटे के भीतर दो आरोपियों को पकड़ लिया है. सूत्रों के मुताबिक, पुलिस को इस हत्याकांड में कई अहम सुराग हाथ लगे हैं. बाबा सिद्दीकी की हत्या पूर्व नियोजित थी. पुलिस के मुताबिक, अपराध शाखा ने मामले की विभिन्न कोणों से जांच शुरू कर दी गई है, जिसमें संभावित कॉन्ट्रैक्ट किलिंग, व्यापारिक प्रतिद्वंद्विता आदि शामिल है. पुलिस ने गिरफ्तार किए गए दो आरोपियों की पहचान भी उजागर की है. दोनों आरोपियों में से एक की पहचान हरियाणा के मूल निवासी गुरमेल सिंह और उत्तर प्रदेश के धर्मराज कश्यप के रूप में हुई है.

सूत्रों के मुताबिक बाबा सिद्दकी मर्डर केस में 4 स्पेशल टीम भी बनाई है जो मुम्बई के बाहर जाकर जांच करेंगी. तीन में से 2 शूटर्स यूपी और हरियाणा के रहने वाले है. शूटर्स को 15 दिन पहले 9 MM की पिस्टल मुहैया करवाई थी. दोनों आरोपियों के नाम धर्मराज और करनैल बताया जा रहा है. गिरफ्तार किए गए दोनों आरोपियों के नाम करनैल सिंह, जो हरियाणा का रहने वाला है और धर्मराज कश्यप जो उत्तर प्रदेश का रहने वाला है. मुंबई पुलिस के मुताबिक, आरोपियों ने बाबा सिद्दीकी के घर और दफ्तर की रेकी की थी, वे डेढ़ से दो महीने से मुंबई में थे और उन पर नजर रख रहे थे. तीसरे आरोपी की तलाश जारी है. मुंबई क्राइम ब्रांच की कई टीमें इस मामले की जांच कर रही हैं.

गिरफ्तार किए गए दोनों आरोपियों से मुंबई क्राइम ब्रांच के वरिष्ठ अधिकारी पूछताछ कर रहे हैं. जानकारी के मुताबिक, आरोपियों को इस काम के लिए पहले से पैसे दिए गए थे. उन्हें कुछ दिन पहले ही हथियारों की डिलीवरी मिली थी. इस हत्याकांड ने बिहार की राजनीति को भी हिला दिया है, क्योंकि बाबा सिद्दीकी का रिश्ता बिहार से भी था. बाबा सिद्दीकी गोपालगंज जिले के मांझा गांव के रहने वाले थे, लेकिन काम की तलाश में पहले कोलकाता और फिर मुंबई चले गए थे. हालांकि, गांव के विकास और समाजसेवा के कामों में वे सक्रिय रूप से जुड़े हुए थे. वह गोपालगंज के विधायक रह चुके हैं.

Tags

एक टिप्पणी भेजें

0टिप्पणियाँ
एक टिप्पणी भेजें (0)

#buttons=(Accept !) #days=(20)

Our website uses cookies to enhance your experience. Learn More
Accept !