जमुई: बिहार के जमुई जिले के बरहट थाना क्षेत्र के अति नक्सल प्रभावित क्षेत्र के प्राथमिक विद्यालय चोरमारा को साल 2009 में आईडी बम से उड़ाने बाला दुर्दांत नक्सली बालेश्वर और अर्जुन कोड़ा का खास सहयोगी हार्डकोर नक्सली गुड्डू यादव उर्फ बालमुकुंद यादव पिता वोधन यादव को एसटीएफ के सहयोग से स्थानीय पुलिस ने गिरफ्तार किया है. गिरफ्तार नक्सली लक्ष्मीपुर थाना क्षेत्र के करमाटांड़ गांव का रहने वाला है.
घटना के बाद 2009 से ही फरार चल रहा था. जानकारी देते हुए बरहट थानाध्यक्ष कुमार संजीव ने बताया कि जमुई एसपी चंद्र प्रकाश को गुप्त सूचना मिली की कई नक्सल केस मामलों में फरार चल रहे गुड्डू यादव उर्फ बालमुकुंद अपने गांव आया हुआ है. सूचना मिलते ही पुलिस अधीक्षक चंद्र प्रकाश के निर्देश पर जमुई एसडीपीओ सतीश सुमन के नेतृत्व में छापेमारी टीम का गठन किया गया.
छापेमारी टीम में बरहट थाना अध्यक्ष कुमार संजीव पुलिस बल और एसटीएफ के अधिकारी व जवानों को शामिल किया गया था. छापेमारी टीम जब उसके गांव पहुंचीं और गांव की घेराबंदी कर सर्च एवं छापामारी शुरू किया. इस दौरान पुलिस गुड्डू यादव उर्फ बालमुकुंद के घर में पहुंचा तो वह भागने लगा. जिसे पुलिस जवानों ने आधे किलोमीटर जंगल में खदेड़ कर पकड़ लिया. उसके बाद उसे गिरफ्तार कर लिया.
बताया जाता है कि दुर्दांत नक्सली अर्जुन कोड़ा और बालेश्वर कोड के दस्ते में खास सहयोगी था तथा आईडी बम लगाने का यह एक्सपर्ट था. अर्जुन और बालेश्वर कोड़ा के साथ मिलकर, साल 2009 में नवनिर्मित प्राथमिक विद्यालय चोरमारा, प्राथमिक विद्यालय जमुनिया टांड़ में विस्फोट कर उड़ा दिया था. इस विस्फोट में स्कूल पूरी तरह से क्षतिग्रस्त हो गया था.
इसके साथ ही सड़क में आईडी तथा डेटोनेटर लगाने के आरोप में केस दर्ज किया गया था. वहीं इसकी गिरफ्तारी होने से पुलिस बड़ी सफलता माना है. बालेश्वर कोड़ा अपने साथी अर्जुन और नागेश्वर के साथ साल 2022 में मुंगेर प्रक्षेत्र के तत्कालीन डीआईजी संजय सिंह के समक्ष पुलिस लाइन केंद्र मलयपुर में आत्मसमर्पण कर दिया है. उसके सरेंडर के बाद गांव में धीरे-धीरे शांति का माहौल बन गया. इसकी पुष्टि जमुई एसपी चंद्रप्रकाश के द्वारा प्रेस विज्ञप्ति को जारी कर की गई.