झारखंड में होने वाले विधानसभा चुनाव के लिए चुनावी बिगुल बज गया है. 2 चरणों में होने वाले विधानसभा चुनाव का परिणाम 23 नवंबर को आएगा. तारीखों के ऐलान के साथ अब सब की निगाहें सीट शेयरिंग पर टिकी हुई है कि आखिर एनडीए और इंडिया गठबंधन के सीट शेयरिंग का फार्मूला क्या होगा. चुनाव का बिगुल बजते ही राज्य की राजनीति भी चरम पर है. जीत के दावों के साथ आरोप प्रत्यारोप का दौर तेज हो गया है. सीट शेयरिंग को लेकर इंडिया गठबंधन एक सुर में है.
कांग्रेस प्रवक्ता राकेश सिंह का कहना है कि एनडीए गठबंधन कुछ भी सही नहीं है. पहले बीजेपी नरेंद्र मोदी की सरकार कहती थी, लेकिन अब एनडीए की सरकार हो गई है. वह अपने गिरेबान में झाँकने से पहले दूसरे के गिरेबान में झांक रही है. वह पहले आजसू और जेडीयू से सलाह ले और हमारी चिंता ना करें, क्योंकि हम मजबूती से और एक साथ हैं.
वहीं इस पर जेएमएम प्रवक्ता डॉ तनुज खतरी ने कहा कि इंडिया गठबंधन में फॉर्मूला सिर्फ जीत का है. हम जीत के इक्वेशन के साथ चुनाव में उतर रहे हैं. बीजेपी के पास कोई नेता नहीं है जो हेमंत सोरेन का मुकाबला कर सकें. लेकिन हम पूरी तरह से चुनाव के लिए तैयार हैं और हमारा इक्वेशन जीत का तय हो चुका है.
भारतीय जनता पार्टी का सीट शेयरिंग में कहीं कोई प्रॉब्लम नहीं है क्योंकि बीजेपी आजसू, जनता दल यूनाइटेड, लोजपा और भी कुछ पार्टियां साथ होगी. बीजेपी विधायक सीपी सिंह ने कहा कि बीजेपी के अंदर कोई जांच नहीं है न ही कोई किच-किच. सीट शेयरिंग को लेकर झामुमो कांग्रेस राजद और माले गठबंधन में देखने को मिलेगा, क्योंकि सब ताल ठोकते हैं कि हम इतनी सीटों पर लड़ेंगे. यह लोग कितना भी गठबंधन कर लें भारतीय जनता पार्टी के आगे टिकेगी नहीं. क्योंकि हम लोगों ने पूरी तैयारी कर ली है. विधानसभा स्तर पर चुनाव प्रबंधन कमेटी बनेगी और काम तेज हो जाएगा.