गुमला: गुमला पुलिस को बड़ी सफलता मिली है. पुलिस ने माओवादी संगठनों के खिलाफ बड़ी सफलता हासिल करते हुए कोयल शंख जोन के सबजोनल कमांडर रंथू उरांव उर्फ गुरु चरण को गुरुवार को गिरफ्तार किया. रंथू पर 5 लाख रुपये का इनाम था. पुलिस ने उसे चार अन्य साथियों के साथ भारी मात्रा में हथियारों के साथ पकड़ा है. फिलहाल पुलिस ने सभी को जेल भेज दिया है. इस मामले में गुरुवार को पुलिस केंद्र चंदाली में आयोजित प्रेस वार्ता में दक्षिणी छोटानागपुर क्षेत्र के डीआईजी अनूप बिरथरे और गुमला एसपी शंभू कुमार सिंह ने जानकारी दी.
डीआईजी ने बताया कि 2 अक्टूबर की शाम को गुमला के आंजन हरिनाखाड़ जंगल में संदिग्ध गतिविधियों की सूचना पर कार्रवाई की गई. पुलिस द्वारा छापेमारी के दौरान रंथू उरांव, जयशंकर महतो और रोहित उरांव को दो बाइक पर भागते समय दबोचा गया. उनके पास से दो देसी कट्टा, चार आईईडी, 16 गोलियां और माओवादी पर्चे बरामद हुए. रंथू की निशानदेही पर पुलिस ने भारी मात्रा में हथियार एक कार्बाइन, तीन राइफलें, और एक बंदूक सहित कई गोलियां बरामद किया है. इसके बाद पुलिस ने माओवादियों के सहयोगी राजू अहीर और सुरेंद्र मुंडा को भी गिरफ्तार किया. जिनके पास से एक देसी कट्टा और छह गोलियां मिली.
बता दें कि रंथू उरांव पर 77 नक्सली घटनाओं में शामिल होने का आरोप है. जिनमें से 62 मामले गुमला जिले में, 10 लोहरदगा में और 5 लातेहार में दर्ज हैं. वह गुमला के रायडीह, चैनपुर और गुरदरी क्षेत्रों में पुलिसकर्मियों की हत्या और थाना उड़ाने जैसी बड़ी घटनाओं में शामिल रहा है. रंथू की गिरफ्तारी को पुलिस माओवादियों के खिलाफ एक बड़ी जीत मान रही है. डीआईजी दक्षिणी छोटानागपुर अनूप बिरथरे ने बताया कि इस गिरफ्तारी से क्षेत्र में माओवादी गतिविधियों पर काफी हद तक नियंत्रण पाया गया है और यह पुलिस के लिए एक बड़ी सफलता है.