खूंटी जिले में पुलिस ने सुपारी लेकर हत्या करने वाले तीन लोगों को गिरफ्तार किया है. इन लोगों को पुलिस ने 30 सितंबर, 2024 दिन सोमवार को गिरफ्तार किया है. पुलिस की गिरफ्त में आए ये तीनों पर आरोप है कि इन लोगों ने सुपारी लेकर भोंज की हत्या बीते 26 जुलाई को की थी. जिसमें से एक पीएलएफआई दूसरा माओवादी सदस्य और तीसरा पत्थरगड़ी एसी कुटुम्ब परिवार से सम्बन्ध रखना वाला व्यक्ति है.
इन तीनों ने मिलकर 70 हजार सुपारी लेकर सयको थाना क्षेत्र अन्तर्गत जिवरी के फुटबॉल मैदान में भोंज मुण्डा नाम के युवक की गला रेतकर हत्या कर दी थी. उसमें से एक पीएलएफआई सदस्य फगुआ मुण्डा है. दूसरा एतवा पूर्ति माओवादी से सम्बन्ध रहा है और तीसरा पत्थरगड़ी काण्ड से सम्बन्ध रखने वाला एसी सगुन दास. जिनको भोंज मुण्डा की हत्या के आरोप में गिरफ्तार कर लिया गया है.
बीते ग्यारह साल पहले एक नवम्बर 2013 को सयको बाजार में लेवी वसूलने पहुंचा फगुआ मुण्डा के उपर बनवारी लाल साव, विनय गुप्ता, सोहराय कच्छप और एतवा मुण्डा को गोलियों से मौत के घाट उतार देने का आरोप लगा था. जिसने एक नहीं बल्कि अपने जीवन में कई लोगों को हत्या करने का आरोप लगा और जेल भी गया फिर बेल मिलने पर बाहर था.
वहीं, दूसरा माओवादी सदस्य रहे एतवा उर्फ टुन्नू ने आठ जून 2020 को बाड़ी गांव निवासी काण्डे मुण्डा की हत्या किया था. जो जेल से बेल पर बाहर था. इस बार सुपारी लेकर भोंज की भी हत्या करने में इसका हाथ रहा है. तीसरा एसी सगुन दास पत्थरगड़ी काल में एसी कुटुम्ब परिवार में शामिल हुआ था. पकड़े गए इन तीनों अपराध कर्मियों ने सांदिर उर्फ सुकरा मुंडा के द्वारा 70 हजार रुपए सुपारी लेकर भोंज मुण्डा की हत्या करने का आरोप लगा.
डीएसपी वरुण रजक ने बताया कि सांदिर ने भोंज मुण्डा की हत्या के लिए उपरोक्त गिरफ्तार हुए तीनों को 70 हजार रुपए में तय हुआ था. जिसमें पेसगी पर चालीस हजार रुपए इन तीनों को सांदिर को गुस्सा था कि उसकी पत्नी का भोंज ने बलात्कार किया था. सांदिर जिससे का बदला लेने के फिराक में था और पत्नी के साथ हुए बलात्कार का बदला भोंज की हत्या कराने के लिए तीन संगठनों से जुड़े तीनों को सुपारी दी. जिन्होंने विगत 26 जुलाई 2024 की देर शाम हत्या कर दी. लेकिन कुछ अवधि बाद सांदिर ने जुर्म कबूलते हुए पहले ही आत्म समर्पण कर चुका है.
डीएसपी वरुण रजक ने बताया कि एसपी को मिली गुप्त सूचना के आधार पर एसएसबी उलिहातु के साथ मिलकर उन अपराधियों को उनके अपने अपने घरों से धर दबोचा गया. जिसमें से दो फगुआ मुण्डा और एतवा पूर्ति एक ही गांव अड़की थाना क्षेत्र के बगड़ी कड़कासोम गांव का है, जबकि एसी सगुन दास तिनतिला गांव का निवासी है.