झारखंड के पूर्व सीएम चंपई सोरेन ने जब से बीजेपी ज्वाइन किया है, तभी से कोल्हान रीजन में जेएमएम की पकड़ कमजोर होने लगी थी. कोल्हान टाइगर यानी चंपई सोरेन के पीछे-पीछे झारखंड मुक्ति मोर्चा के कई नेता चल पड़े हैं. इसी कड़ी में पप्पू वर्मा ने जेएमएम को अलविदा कह दिया है. उन्होंने मंगलवार (01 अक्टूबर) को पार्टी के सभी पदों से इस्तीफा दे दिया है. जेएमएम छोड़ते समय पप्पू वर्मा ने पार्टी आलाकमान पर जमकर निशाना साधा. उन्होंने एक प्रेसवार्ता को संबोधित करते हुए कहा कि पिछले 26 वर्षों से झारखंड मुक्ति मोर्चा में रहकर ईचागढ़ विधानसभा क्षेत्र में सींचने का काम किए थे. उन्होंने कहा कि दिवंगत सुधीर महतो के साथ झारखंड मुक्ति मोर्चा को ईचागढ़ विधानसभा क्षेत्र में एक उचित मुकाम तक पहुंचाने का काम किए थे, लेकिन वर्तमान में पार्टी आलाकमान बात नहीं सुन रहे हैं.
उन्होंने कहा कि पूर्व उपमुख्यमंत्री सुधीर महतो एक अभिभावक के रूप में साथ लेकर चले. उन्होंने कहा कि झामुमो के केन्द्रीय सदस्यता एवं पार्टी सदस्यता से भी 26 साल के बाद पार्टी को अपना इस्तीफा सौंप दिया. पार्टी में इतने लम्बे समय तक रहने के बाद पार्टी के संबंध में किसी तरह की टिप्पणी नहीं करूंगा. अब वह किस पार्टी को ज्वाइन करेंगे, इस सवाल के जवाब में पप्पू वर्मा ने कहा कि अभी तक इसका फैसला नहीं किया है. इस विषय पर अपने समर्थकों के साथ बैठकर विचार करूंगा और उसके बाद 4 अक्टूबर को इस संबंध में कोई घोषणा करूंगा.
बता दें कि जब चंपई सोरेन ने जेएमएम छोड़कर बीजेपी में गए हैं, तभी से कोल्हान को लेकर मुख्यमंत्री हेमंत सोरेन राजनीतिक और सांगठनिक तौर पर काफी सक्रिय नजर आ रहे हैं. पिछले महीने ही उन्होंने रांची में पूरे कोल्हान क्षेत्र के केंद्रीय से लेकर प्रखंड स्तर के नेताओं की बैठक की थी. सीएम हेमंत सोरेन ने कोल्हान के मोर्चे पर पत्नी कल्पना सोरेन और सिंहभूम की सांसद जोबा को उतार दिया है. यह दोनों महिला नेता ने कोल्हान में गांव-गांव घूमकर योजनाओं के बारे में लोगों को बता रही हैं.