झारखंड विधानसभा चुनाव में झारखंड मुक्ति मोर्चा (JMM) की अगुवाई वाले इंडिया ब्लॉक ने प्रचंड जीत हासिल करके नई सरकार के गठन पर काम भी शुरू कर दिया. 81 सदस्यों वाली झारखंड विधानसभा में इंडिया ब्लॉक को 56 विधानसभा सीटों पर जीत मिली है. बड़ी जीत के बाद मुख्यमंत्री हेमंत सोरेन ने फिर से सरकार बनाने का दावा भी पेश कर दिया है. हेमंत सोरेन ही सीएम बनेंगे, इसमें कोई शंका नहीं हैं. वहीं कांग्रेस को क्या मिलेगा, इस पर अभी संसय बरकरार है. नई सरकार में कांग्रेस पावरफुल भागीदारी चाह रही है. कांग्रेस की ओर से डिप्टी सीएम पद की डिमांड की गई है, लेकिन इसे सीएम हेमंत सोरेन ने सिरे से खारिज कर दिया है.
सीएम हेमंत सोरेन ने कांग्रेस को साफ बता दिया है कि जो व्यवस्था थी वही चलाइए. बेवजह नई-नई मांगे मत लाइए. हम जैसे मजबूत थे, वैसे ही बने रहेंगे. इसके बाद कांग्रेस पार्टी चार मंत्री पद के लिए तोलमोल में जुटी है, लेकिन झारखंड विधानसभा की ताजा तस्वीर को देखते हुए यह भी मुश्किल माना जा रहा है. अब देखना होगा कि कांग्रेस की बार्गेन पॉवर कितनी है या पार्टी का झारखंड में भी जम्मू कश्मीर वाला हाल हो गया है.
दरअसल, जम्मू-कश्मीर में विधानसभा की तस्वीर कुछ ऐसी बनी कि नेशनल कॉन्फ्रेंस अकेले दम पर सरकार बनाने और चलाने के लिए सक्षम है. नतीजा ये हुआ कि मनमाफिक कैबिनेट बर्थ नहीं मिली. जिससे नाराज कांग्रेस ने सरकार में शामिल ना होकर बाहर से समर्थन करने का ऐलान किया है. वहीं नेशनल कॉन्फ्रेंस के नेता तो भी यह कह चुके हैं कि कांग्रेस सरकार में शामिल नहीं है. वहीं झारखंड चुनाव में जेएमएम के 34 तो कांग्रेस के 16 विधायक जीते हैं. इंडिया ब्लॉक में शामिल राजद के पास 4 और सीपीआईएम के पास 2 विधायक हैं. सरकार चलाने के लिए 41 विधायक चाहिए, ऐसे में कांग्रेस हट भी जाए तो भी हेमंत सोरेन सरकार चलाने का जुगाड़ कर सकते हैं.