मोतिहारी में ड्यूटी कर रहे रेलवे के गेटमैन की आधी रात को हुए गिरफ्तारी को लेकर रेलवे और मोतिहारी पुलिस आमने सामने आ गई है. मामला रक्सौल-घोड़ासहन-सीतामढ़ी रेल खंड के जयमूर्तिनगर फ्लैग के समीप गेट संख्या 16C की है. यहां पर तैनात गेटमैन पवन कुमार को जितना थाना की पुलिस ने कथित तौर पर नशे की हालत में गुरुवार (28 नवंबर) की रात करीब 11:30 बजे गिरफ्तार किया था. जिसे शुक्रवार को न्यायिक हिरासत में भेज दिया गया था. जहां उसे जमानत मिल गई. जमानत पर छूटने के बाद गेट मैन ने लंबा चौड़ा आवेदन मोतिहारी एसपी के नाम लिखा है.
जितना थानाध्यक्ष के अनुसार, रात्रि गस्ती के दौरान जब गस्ती गाड़ी निकली तो रेल फाटक बंद था. गेटमैन को गेट खोलने के लिए कई बार बोला गया, लेकिन गेटमैन ने गेट नही खोला था. जब उसके पास जाकर पूछा तो उसके बोलने पर शराब की गंध महसूस किया गया और ब्रेथ एनलाइजर से जांच की गई तो शराब पीने की पुष्टि हुई. गेटमैन शेखपुरा जिला के कोरमा थाना क्षेत्र का निवासी पवन कुमार है. जितना थानाध्यक्ष का दावा है कि रात में गिरफ्तारी करने से पहले जीआरपी इंस्पेक्टर को सूचना दे दी गई थी.
मामल तब करवट लेता हुआ दिखाई दिया जब गेटमैन ने एक ऑडियो जारी किया. उक्त कथित ऑडियो में गेटमैन से गेट खोलने का दबाव बनाते सुनाई दे रहा है. गेटमैन का दावा है कि उक्त ऑडियो में जितना पुलिस उसपर दबाव बना रही थी कि वो गेट खोल दे. एसपी के नाम लिखे आवेदन में गेटमैन पवन कुमार ने लिखा है कि दस बार उससे ब्रेथ एनेलाइजर पर फूंकवाया गया था तब भी शराब की पुष्टि नहीं होने पर स्प्रिट लगाकर फूंकवाया गया था. हालांकि पुलिस के द्वारा जारी 21 सेकेण्ड के वीडियो क्लिप में तीन बार ब्रेथइनेलाइजर गेट मैन के मुंह मे लगाते हुए दिखाई दे रहा है. साथ ही वीडियो गेटमैन के मुंह और ब्रेथ इनेलाइजेर पर रहने के बजाए इधर उधर घूमता हुआ भी दिखाई दे रहा है.
जितना थाना के द्वारा जारी वीडियो में अगर जांच करने के दौरान जांच से लेकर ब्रेथ इनेलाइजेर के स्क्रीन पर आए रिपोर्ट तक का लाइव रिकॉर्डिंग रहता तो आज जितना थाना या मोतिहारी पुलिस आरोपों से मुक्त होती. मामले में नया मोड़ भी आया है. समस्तीपुर डीआरएम के निर्देश पर चीफ मेडिकल ऑफिसर ने गेटमैन का ब्लड सैम्पल लेकर अल्कोहल जांच में भेजा है. अब अगर रेलवे के जांच में अल्कोहल की पुष्टि नहीं होती है तो आगे रेलवे क्या करवाई करती है? उसको लेकर कयासों का बाजार गर्म है.
वहीं रेलवे के पीडब्ल्यूआई राजू कुमार ने बताया कि बिना संबंधित अधिकारी को सूचना दिए गेटमैन की गिरफ्तारी की कार्रवाई सही नहीं है. जितना पुलिस द्वारा गेटमैन के साथ मारपीट एवं अभद्र ब्यवहार भी किया गया जिसकी लिखित सूचना आरपीएफ और जीआरपी को दिया गया है. गेटमैन के गिरफ्तारी के बाद करीब डेढ़ घंटे तक रेल परिचालन कौशन पर हुआ है. छौड़ादानो स्टेशन अधीक्षक राजेश कुमार ने बताया कि 05526 करीब 20 मिनट तक छौड़ादानो स्टेशन पर रुकी रही. बाद में मेमो देकर ट्रेन को रवाना किया गया साथ ही गेटमैन की ऑन ड्यूटी गिरफ्तारी पर नाराजगी प्रकट की है.
स्टेशन मास्टर ने बताया कि अगर ट्रेन स्टेशन छोड़ी रहती तो कोई घटना भी हो सकती थी. सिकरहना एसडीपीओ अशोक कुमार ने बताया कि शराब के नशे में गेट मैन था. जिसे गिरफ्तार कर रात्रि में ही आरपीएफ इंस्पेक्टर को सूचित कर दिया गया था. एक तरफ मोतिहारी पुलिस अपने दावे पर टिकी हुई है तो दूसरी तरफ रेलवे के कई कर्मी गेटमैन के शराबी होने पर सवाल उठा रहे हैं. अब मोतिहारी पुलिस का दावा सच है या फिर रेलवे के द्वारा अल्कोहल जांच में कोई नई बात सामने आती है इसको लेकर चर्चाओं का बाजार गर्म है.