रांची: झारखंड के मुख्यमंत्री पद की शपथ लेने के बाद हेमंत सोरेन प्रोजेक्ट भवन पहुंचे. जहां उन्होंने मुख्यमंत्री के तौर पर अपना पदभार ग्रहण किया. इसके बाद सीएम सोरेन कई अहम फैसले लिए. बता दें कि 9 से 12 दिसंबर तक झारखंड विधानसभा का विशेष सत्र चलेगा. जिसके लिए झामुमो के वरिष्ठ विधायक स्टीफन मरांडी प्रोटेम स्पीकर बनाया गया है. वही विधायकों को पद और गोपनियता की शपथ दिलाएंगे.
मुख्यमंत्री हेमंत सोरेन ने पदभार ग्रहण करने के बाद सबसे बड़ा फैसला लेते हुए मंईयां सम्मान योजना की राशि में बढ़ोतरी की है. जिसके बाद लाभुकों को अब दिसम्बर से हर महीने 2500 रुपया मिलेगा. बता दें कि मंईयां सम्मान योजना के तहत पहले लाभुकों को हर महीने 1000 मिलता था. विधानसभा चुनाव के दौरान भी इस योजना की चर्चा खूब हुई. माना जाता है कि महिलाओं को इस योजना का लाभ सीधा पहुंचा जिसके कारण ही जेएमएम सत्ता पर वापस से काबिज हो पाई है.
इसके साथ हेमंत सोरेन ने राज्य में JPSC/JSSC के अंतर्गत होने वाली नियुक्ति प्रक्रिया को तेज करने का निर्देश दिया है. साथ ही उन्होंने कहा कि केंद्र सरकार के पास राज्य का बकाया 1 लाख 36 हजार करोड़ रुपए को लेने के लिए कार्रवाई की जाएगी. उन्होंने कहा कि राज्य सरकार राज्य के राजस्व को बढ़ाने के लिए कई स्रोतों पर काम करेगी. साथ ही उन्होंने फैसला लिया कि असम में वर्षों से रह रहे झारखण्ड के आदिवासियों-मूलवासियों की स्थिति की जानकारी सर्वदलीय और पदाधिकारियों की टीम द्वारा ली जाएगी.
सीएम हेमंत सोरेन ने इस दौरान कहा कि, "आज के ऐतिहासिक दिन के सभी गवाह बने. शपथ ग्रहण के बाद आज नई सरकार के गठन का मार्ग प्रश्सत हुआ है. हम उसके बाद प्रोजेक्ट भवन में आए. पदाधिकारियों को बहुत बिंदुओं पर निर्देश भी दिया गया."