बीजेपी के फायरब्रांड नेता और असम के मुख्यमंत्री हिमंत बिस्वा सरमा ने झारखंड के सीएम हेमंत सोरेन को घुसपैठियों का सबसे बड़ा रहनुमा बताया है. उन्होंने जेएमएम का रजिस्ट्रेशन रद्द करने की मांग की है. उन्होंने देश की सबसे बड़ी अदालत की उस टिप्पणी का हवाला दिया. जिसमें कहा गया है कि घुसपैठिये देश के सबसे बड़े दुश्मन हैं. उन्होंने कहा कि विपक्ष ने घुसपैठियों के खिलाफ बोलने के लिए मेरे खिलाफ शिकायत दर्ज कराई है. इसका मतलब है कि जेएमएम उनके पक्ष में बोल रहा है. जो भी राजनीतिक दल घुसपैठियों का समर्थन करता है और घुसपैठ का विरोध करने वालों के खिलाफ बोलता है, उसका पंजीकरण रद्द किया जाना चाहिए.
बीजेपी नेता ने कहा कि अगर मैं घुसपैठियों के खिलाफ बोलता हूं तो जेएमएम को मेरा समर्थन करना चाहिए, उन्हें घुसपैठियों की पार्टी के रूप में जाना जाएगा. बस इतना ही था कि उन्होंने पहले एक गलती की थी, मैं जेएमएम से विनती करूंगा कि वह यह गलती फिर कभी न करे. आपका पत्र पढ़कर ऐसा लगता है कि आप वह बोल रहे हैं जिसके बारे में घुसपैठिए नहीं बोल सकते. बता दें कि हिमंत बिस्वा सरमा लगातार हेमंत सोरेन सरकार पर घुसपैठियों को शरण देने का आरोप लगा रहे हैं. इंडिया ब्लॉक ने इसके खिलाफ चुनाव आयोग से शिकायत की थी.
इंडिया ब्लॉक के नेताओं ने अपनी शिकायत में हिमंत बिस्वा सरमा के एक भाषण को भी भेजा है. सूत्रों से मिली जानकारी के हिसाब से इस भाषण में बीजेपी नेता हिंदुओं को एकजुट होने की अपील कर रहे हैं. इंडिया ब्लॉक के नेताओं ने कहा कि भाषण में मुस्लिम अल्पसंख्यकों को निशाना बनाते हुए हिमंत बिस्वा सरमा के द्वारा इस्तेमाल किए गए बेहद विभाजनकारी और घृणित शब्दों का इस्तेमाल किया जा रहा है.