मिलिट्री इंटेलिजेंस लखनऊ की गुप्त सूचना के आधार पर बिहार की पटना पुलिस ने बड़ी कार्रवाई को अंजाम दिया है. पटना पुलिस ने फतुआ क्षेत्र में छापेमारी करके कुछ नेपाली नागरिकों को गिरफ्तार किया है. ग्रामीण एसपी विश्वजीत दयाल ने बताया कि मिलिट्री इंटेलिजेंस टीम को गुप्त सूचना मिली थी कि फतुआ क्षेत्र में कुछ नेपाली नागरिक एक फर्जी कंपनी बनाकर कुछ संदिग्ध गतिविधि कर रहे है. इसी का सत्यापन और छापामारी करने के लिए बिहार पुलिस का सहयोग मांगा गया था, जिसमें आज दिनांक 8 तारीख को फतुआ पुलिस टीम के सहयोग से फतुहा सुनारू क्षेत्र में प्रीमियम फैशन कंपनी नामक संस्था पर छापेमारी की गई छापामारी के दौरान पाया गया की कंपनी के संचालक नेपाल के कुछ नागरिक हैं.
एसपी ने बताया कि गिरफ्तार लोगों में से कुछ नेपाली पुलिस से सेवानिवृत हुए हैं, वह भी शामिल हैं. उनके द्वारा आम लोगों से नौकरी एव बिजनेस के नाम पर ठगी धंधा चल रहा था. छापेमारी के दौरान कई जाली दस्तावेज भी बरामद हुए हैं, जिसमें सबसे महत्वपूर्ण यह है कि दो-तीन जो नेपाल के नागरिक हैं. उनके पास से भारत का और नेपाल का नागरिकता का दस्तावेज प्राप्त हुआ है. उसमें कई नेपाल के नागरिक भी थे. उसे संस्थान में जिनके साथ ठगी किया गया है. फिलहाल, बरामद सामानों की जांच की जा रही है और आगे की कार्रवाई में पुलिस जुटी है.
उधर गोपालगंज जिले के ऊंचकागाव थाना क्षेत्र के त्रिलोकपुर गांव निवासी लाल बाबू सिंह भी साइबर क्राइम का शिकार हो गए. उनके मोबाइल पर साइबर ठगों ने फोन कर उनके बेटे की रेप केस में गिरफ्तारी की सूचना दी. उसको छोड़ने के नाम पर 40 हजार रुपये की मांग की. साइबर ठगों ने पीड़ित पर मोबाइल से फोन कर इतना दबाव बनाया कि बेटे को बचाने के लिए पीड़ित ने साइबर ठगों द्वारा भेजे गए दो स्कैनर पर 40 हजार रुपये भेज दिए. रुपये भेजने के बाद जब पीड़ित ने अपने बेटे से मोबाइल पर संपर्क किया तो बेटे ने इस तरह की किसी भी प्रकार की घटना से इंकार करते हुए अपने आप को बिल्कुल सुरक्षित बताया. तब पीड़ित को यह अहसास हुआ कि वह साइबर ठगी के शिकार हो गए हैं.