बिहार में इस साल विधानसभा चुनाव होने हैं. इस बार नीतीश कुमार को सत्ता से हटाने के लिए राजद नेता तेजस्वी यादव पूरी ताकत झोंकने में जुटे हैं. हालांकि, उनकी इस कवायद में झारखंड के मुख्यमंत्री हेमंत सोरेन बड़ी रुकावट डाल सकते हैं. दरअसल, हेमंत सोरेन की पार्टी जेएमएम ने भी इस बार बिहार विधानसभा चुनाव लड़ने का फैसला लिया है. जेएमएम पार्टी बिहार की कम से कम 12 विधानसभा सीटों पर चुनाव लड़ने की तैयारी में है. इससे तेजस्वी यादव टेंशन में पड़ गए.
सूत्रों की माने तो जेएमएम बिहार में राजद और कांग्रेस से 12 सीटों की मांग करेगा. इसके पीछे पार्टी का तर्क है कि बिहार के सीमावर्ती जिलों में पार्टी का मजबूत जनाधार है. जानकारी के मुताबिक, JMM बिहार की जिन सीटों पर दावा कर रहा है उनमें तारापुर, कटोरिया, मनिहारी, झाझा, बांका, ठाकुरगंज, रूपौली, रामपुर, बनमनखी, जमालपुर, पीरपती और चकाई विधानसभा की सीट शामिल है.
झारखंड मुक्ति मोर्चा के केंद्रीय प्रवक्ता मनोज पांडेय ने कहा की झारखंड मुक्ति मोर्चा का प्रभाव बड़ा है. तानाशाही तत्वों के खिलाफ लड़ कर जिस प्रकार हेमंत सोरेन के नेतृत्व में बड़ी जीत मिली है. स्वाभाविक तौर पर पार्टी की राष्ट्रीय स्तर पर प्रशंसा हो रही है. हमारे चाहने वालों की संख्या में इजाफा हुआ है. बड़ी संख्या में लोग हमारी पार्टी से जुड़ रहे हैं चाहे पश्चिम बंगाल हो, उड़ीसा हो ,छत्तीसगढ़ हो या बिहार हो. बता दें कि 2020 के बिहार विधानसभा चुनाव में जेएमएम ने अकेले चुनाव लड़ा था, लेकिन उसे सफलता नहीं मिल सकी. इस बार झारखंड में राजद और कांग्रेस को पर्याप्त सीटें देकर गठबंधन को मजबूत किया गया था.