बिहार के बांका जिले के बाराहाट थाना क्षेत्र के फूलहारा गांव से एक ऐसा मामला सामने आया है, जहां अपने ही अपहरण की साजिश रचकर परिजनों से फिरौती मांगने वाले व्यक्ति को पुलिस ने 72 घंटे के अंदर गिरफ्तार कर लिया है. इस मामले में बाराहाट थाना क्षेत्र के फुलहारा गांव की रीना देवी ने 4 फरवरी को थाने में अपने पति सियाराम मंडल की गुमशुदगी की रिपोर्ट दर्ज कराई थी. जिसमें उसने पुलिस को बताया था कि उसके पति एक फरवरी को रात 8 बजे खाना खाने के बाद टहलने निकले थे, उसके बाद वो घर वापस नहीं लौटे. जिसके बाद उसकी काफी खोजबीन करने के बाद भी उसका कुछ पता नहीं चला. इस मामले में त्वरित कार्रवाई करते हुए एसपी उपेंद्र नाथ वर्मा के निर्देश पर बौंसी एसडीपीओ अर्चना कुमारी के नेतृत्व में पुलिस पदाधिकारियों और बल टीम गठित की गई. जिसने दो दिनों के अंदर ही अपने ही अपहरण की झूठी साजिश रचने वाले सियाराम मंडल को बरामद करते हुए शुक्रवार को मामले का खुलासा कर दिया है.
इस संबंध में एसडीपीओ ने बताया कि गुमशुदगी की रिपोर्ट दर्ज होने के बाद से ही अपहृत अपने ही मोबाइल से फोन कर अपने रिश्तेदारों को ये जानकारी दी कि कुछ लोगों ने उसका अपहरण कर लिया और उसे छोड़ने के एवज में 5 लाख की फिरौती मांग रहा है. वहीं, अपहरणकर्ता ने भी उसके रिश्तेदारों को फोन पर ये धमकी दी थी कि अगर उसे फिरौती की रकम नहीं मिली तो उसे जान से मार देंगे. जिसकी सकुशल बरामदगी के लिए पुलिस टीम ने लगातार कई स्थानों पर छापेमारी कर उसे बरामद किया. जिसके पास से पुलिस ने फिरौती के लिए इस्तेमाल की गई मोबाइल भी बरामद की है.
एसडीपीओ ने बताया कि गिरफ्तार अपहृत बैंक के कर्ज के बोझ से दबा है. जिससे छुटकारा पाने के लिए उसने अपने ही अपहरण की साजिश रच कर अपने रिश्तेदारों से फिरौती के तौर पर पैसे की डिमांड कर रहे थे. अपहृत ने भी पुलिस के सामने इस बात को स्वीकार किया है कि वे बैंक के कर्ज के बोझ से बचने के लिए अपने ही अपहरण की साजिश रच कर रिश्तेदारों से फिरौती की मांग कर रहे थे. जिससे वे बैंक के कर्जे से मुक्त हो सकें.
इस अभियान को अंजाम देने के लिए गठित की गई विशेष टीम में बौंसी के अंचल निरीक्षक राजरतन, तकनीकी शाखा प्रभारी राजेश कुमार, रजौन थानाध्यक्ष चंद्रदीप कुमार, बाराहाट थानाध्यक्ष दीपक पासवान, पुलिस अवर निरीक्षक रोहित राज और संगीत कुमारी सहित पुलिस बल शामिल थे.