रांची: झारखंड में इन दिनों में बकाया को लेकर राज्य सरकार केंद्र सरकार पर हमलावर है. हेमंत सोरेन द्वारा लगातार केंद्र से 1 लाख, 36 हजार करोड़ रुपये बकाए के भुगतान की मांग की जा रही है. हेमंत सोरेन ने तो धमकी भी दे दी है कि अगर बकाया नहीं दिया गया तो वो झारखंड से कोयला और खनिज का एक ढेला भी बाहर नहीं जाने देंगे. वहीं इस मामले में आज विधानसभा में पूर्व शिक्षा मंत्री सह कोडरमा विधायक नीरा यादव और हेमंत सोरेन की पत्नी कल्पना के बीच बहस हो गई.
बीजेपी विधायक नीरा यादव ने बजट भाषण के विरोध में बोलने के दौरान कहा कि हम पन्नों को उलटते रह गए. 1 लाख 36 हज़ार करोड़ पर हमसे सवाल पूछा जाता है लेकिन मोदी सरकार ने राज्य को पलकों में बिछाया है. मनमोहन सरकार के वक़्त रेलवे में 457 करोड़ का आवंटन था, मोदी सरकार के समय में राज्य को 7 हज़ार 309 करोड़ का आवंटन हुआ. रांची के बाद आज 2 अन्य जगहों से हवाई सेवा शुरू हुई है. 2014 के बाद राज्य में 2044 किलोमीटर राज्य मार्ग का काम पूरा किया गया. केंद्रीय नेतृत्व हमारी चिंता कर रही है. नीरा यादव ने चुटकी लेते हुए कहा कि मैं तो सच कहूंगी,मिर्ची लगेगी तो मैं क्या करूं. रघुवर सरकार के कई योजनाओं को वर्तमान सरकार ने बंद किया.
वहीं बजट के विरोध में बोल रहे नीरा यादव पर कल्पना सोरेन ने तीखा प्रहार कहते हु कहा कि 1 लाख 36 हज़ार करोड़ कब देंगे ये बताइए. कल्पना सोरेन ने आरोप लगाते हुए कहा कि आपका इंटेंशन है कि खजाने को ले जाने की. विपक्ष ट्रेन रोड हवाई यात्रा से खजाना ले जाना चाहती है. लेकिन हम लड़ाई लड़ने को हम तैयार हैं. कल्पना सोरेन से विपक्ष से कहा कि हम अपना हक लेकर रहेंगे आप तैयार रहिए. क्या इसके आड़ पर मैया योजन बन्द होगी. साढ़े 4 सौ का सिलेंडर नहीं मिलेगा.