नालंदा जिला परिवहन पदाधिकारी (डीटीओ) अनिल कुमार दास के खिलाफ अवैध संपत्ति अर्जित करने के मामले में विजिलेंस टीम ने बड़ी कार्रवाई की है. बिहारशरीफ स्थित किराए के मकान पर छापेमारी के दौरान 1 करोड़ रुपये के गहने, 1.5 करोड़ रुपये की प्रॉपर्टी के दस्तावेज, 2 लाख रुपये नकद और महंगे जूते बरामद किए गए. इसके अलावा, उनकी संपत्तियों की जांच में कई चौंकाने वाले खुलासे हुए हैं.
जमुई में भी बना रखा है आलीशान बंगला
अनिल कुमार दास मुख्य रूप से जमुई जिले के लक्ष्मीपुर थाना क्षेत्र के चीनबेरिया गांव निवासी हैं. उनकी जमुई में भी कई आलीशान संपत्तियां हैं. सतगामा मोहल्ले में उनका एक दश डिसमिल जमीन पर बन रहा बंगला विवादों में आ गया है. स्थानीय लोगों के अनुसार, इस बंगले के निर्माण में करोड़ों रुपये खर्च किए गए हैं. इसमें कीमती संगमरमर का इस्तेमाल किया गया है.
विवादित जमीन पर हो रहा निर्माण कार्य
स्थानीय निवासी मो. महबूब ने आरोप लगाया है कि जिस जमीन पर यह बंगला बनाया जा रहा है, वह विवादित है और मामला कोर्ट में लंबित है. उन्होंने यह भी बताया कि डीटीओ ने अपने प्रभाव का इस्तेमाल करते हुए उनकी निजी जमीन पर कब्जा कर लिया है. महबूब के अनुसार, वह और उनकी बूढ़ी मां गरीब हैं और पिछले तीन वर्षों से सरकारी दफ्तरों के चक्कर काट रहे हैं, लेकिन कोई कार्रवाई नहीं हो रही है.
कोलकाता में भी संपत्ति अर्जित करने का आरोप
सूत्रों की मानें तो अनिल कुमार दास ने पश्चिम बंगाल के कोलकाता में भी करोड़ों की संपत्ति बना रखी है. इस मामले में विस्तृत जांच की जा रही है. वहीं, सड़कामा निवासी मनोज कुमार दास ने भी बताया कि डीटीओ के पास चीनबेरिया गांव और कोलकाता में भी जमीन और मकान हैं. हालांकि, उन्होंने विवादित जमीन की स्थिति को लेकर अनभिज्ञता जाहिर की.
विजिलेंस की जांच के दायरे में अन्य संपत्तियां भी
विजिलेंस टीम इस पूरे मामले की गहन जांच कर रही है. अधिकारियों का कहना है कि अनिल कुमार दास की अन्य संपत्तियों की भी जांच की जाएगी और यदि भ्रष्टाचार की पुष्टि होती है, तो उनके खिलाफ सख्त कार्रवाई होगी.