राजेंद्र आयुर्विज्ञान संस्थान (RIMS) की गवर्निंग काउंसिल ने डॉ. राज कुमार को संस्थान के निदेशक पद से तत्काल प्रभाव से हटा दिया है. डॉ. कुमार, जो पहले संजय गांधी स्नातकोत्तर आयुर्विज्ञान संस्थान, लखनऊ में न्यूरोसर्जरी विभाग में प्रोफेसर के रूप में कार्यरत थे. रिम्स की तरफ से जारी एक आधिकारिक आदेश में कहा गया कि उनको 31 जनवरी, 2024 को तीन साल के कार्यकाल के लिए नियुक्त किया गया था. हालांकि, उनका कार्यकाल संतोषजनक नहीं था और निर्देशों का पालन करने में विफलता के कारण ऐसा हुआ.
रिम्स की शासी परिषद के अध्यक्ष और राज्य सरकार के स्वास्थ्य मंत्री डॉ. इरफान अंसारी ने 17 अप्रैल दिन गुरुवार को इस संबंध में आदेश जारी किया है. उन्होंने इस आदेश में कहा कि निदेशक, रिम्स के पद पर कार्यरत रहने के दौरान मंत्रिपरिषद्, शासी परिषद् और विभाग द्वारा लोक हित में दिये गये निदेशों का पालन नहीं किया गया. रिम्स अधिनियम, 2002 द्वारा निर्धारित उद्देश्यों को पूर्ण करने में डॉ राज कुमार की सेवा संतोषजनक नहीं पायी गयी.
आदेश में आगे कहा गया है कि लोक हित में डॉ राज कुमार को तीन महीने का वेतन और भत्ते देते हुए तत्काल प्रभाव से निदेशक, रिम्स के पद से हटा दिया गया. इसको लेकर आदेश भी जारी कर दिया गया है.
दरअसल, बीते दिन हुई शासी परिषद की बैठक में डॉ राजकुमार और मंत्री इरफान अंसारी के ACS अजय कुमार सिंह के बीच तीखी बहस हुई थी. बैठक के दौरान रिम्स निदेशक पर अनुशासनहीनता के आरोप लगे थे. डॉ राजकुमार को 31 जनवरी 2024 को तीन सालों के लिए रिम्स निदेशक नियुक्त किया गया था.