जहानाबाद जिले के एरकी न्यू-बाईपास स्थित बिजली स्टोर कैम्प में हुई भीषण लूट के 48 घंटे बाद भी पुलिस को कोई ठोस सफलता नहीं मिल पाई है. हथियारबंद लुटेरों ने बुधवार रात स्टोर कैम्प पर हमला कर 10 लाख रुपये से अधिक का सामान लूट लिया था. पुलिस अभी तक न तो लुटेरों की पहचान कर पाई है और न ही लूटे गए सामान की बरामदगी हो सकी है.
घटना की गंभीरता को देखते हुए सदर एसडीपीओ राजीव कुमार सिंह और नगर थानाध्यक्ष दिवाकर विश्वकर्मा ने घटनास्थल का दौरा किया. उन्होंने स्टोर कैम्प में मौजूद मजदूरों से अलग-अलग पूछताछ की. साथ ही आसपास के इलाकों और एनएच पर लगे सीसीटीवी कैमरों की फुटेज भी खंगाली जा रही है ताकि लुटेरों का कोई सुराग मिल सके.
यह वारदात बुधवार की रात करीब 12:30 बजे हुई जब 15-20 की संख्या में हथियारबंद अपराधी कैम्प में घुसे. उन्होंने वहां मौजूद छह मजदूरों को बंधक बना लिया और जो भी नजर उठाता था, उसकी बेरहमी से पिटाई की गई. लगभग तीन घंटे तक लुटेरे स्टोर कैम्प पर कब्जा जमाए रहे और दो ट्रैक्टरों पर बिजली कंडक्टर, हार्डवेयर फिटिंग समेत कुल 10 लाख से ज्यादा का सामान लादकर फरार हो गए.
एसडीपीओ ने बताया कि इस घटना में कुछ संदिग्धों की पहचान की गई है और आपसी दुश्मनी के एंगल से भी जांच की जा रही है. अब तक की छानबीन में यह बात सामने आई है कि लूटकांड में शामिल सभी अपराधी जिले के बाहर के हैं. उनकी गिरफ्तारी के लिए छापेमारी तेज कर दी गई है.
यह स्टोर कैम्प एक लाख 33 हजार की लागत से टावर शिफ्टिंग प्रोजेक्ट के लिए बनाया गया था. कंपनी ने बिजली के कंडक्टर, हार्डवेयर और अन्य जरूरी सामान यहां इकट्ठा किया था. लेकिन इस लूट के बाद कंपनी को बड़ा झटका लगा है. फिलहाल पुलिस की जांच जारी है, लेकिन पीड़ित पक्ष को अब भी न्याय का इंतजार है.