बिहार के नवादा के चर्चित रीमा कुमारी हत्याकांड में पुलिस को बड़ी कामयाबी हाथ लगी है. जिसमें 7 आरोपियों को गिरफ्तार कर लिया है. बता दें कि नवादा जिले के हिसुआ की 18 वर्षीय रीमा कुमारी का शव पुलिस ने बंगलुरू में चंदपुरा रेलवे स्टेशन के पास ट्रॉली बैग से बरामद किया था. जिसकी पहचान होते ही पुलिस के होश उड़ गए. वहीं परिजन का भी बुरा हाल था. हिसुआ बेलारू की रीमा कुमारी की हत्या उसके ही प्रेमी आशिक कुमार ने की थी. रीमा 15 मई को ही अपने घर से लापता हुई थी. नवादा पुलिस ने मृतका रीमा के आशिक को गिरफ्तार कर लिया है और उसके साथ शव को ठिकाने लगाने में मदद करने वाले छह अन्य आरोपी को भी गिरफ्तार कर लिया गया है.
आपको बता दें कि डीएसपी हुलास कुमार और हिसुआ थानाध्यक्ष अनिल कुमार सिंह के नेतृत्व में पुलिस ने जिले के हिसुआ थानाक्षेत्र के राहुल नगर गांव में घेराबंदी कर सभी 07 आरोपियों को पकड़ा है. पूछताछ में खुलासा हुआ कि आशिक ने रीमा की बेरहमी से हत्या की. आशिक ने बताया कि उसने रीमा को पटक कर उसकी छाती पर बैठकर गला दबाया, फिर सिर जमीन पर पटका. गला दबाने से उसकी गर्दन की हड्डी टूट गई और मौत हो गया. हत्या के बाद आशिक ने अपने दोस्तों को कमरे पर बुलाया और कहा कि लड़की ने आत्महत्या की है. धमकी दी कि अगर ऐसा नहीं कहोगे तो सबको फंसा दूंगा.
जिसके बाद उसके शव को छिपाने की सलाह दी. आशिक ने खिड़की का शीशा अंदर से तोड़ दिया, ताकि यह दिखा सके कि शव बाहर से देखा गया, लेकिन पुलिस ने बताया कि कांच बाहर गिरा था, जिससे साफ हुआ कि शीशा अंदर से तोड़ा गया. इसके बाद शव को नीले रंग के ट्रॉली बैग में भरकर ओला कार बुक की गई. आशिक और उसके दोस्त शव लेकर चांदपुरा रेलवे स्टेशन के पास पहुंचे. सुनसान जगह पर कार रुकवाने से ड्राइवर को शक हुआ, लेकिन पैसे लेकर वह लौट गया. शव को रेलवे लाइन के किनारे फेंक दिया गया. फिर 21 मई की सुबह सूर्यनगर पुलिस ने शव को बरामद किया.
रीमा 15 मई को अपने प्रेमी आशिक कुमार के साथ घर से भाग गई थी. बता दें कि आशिक पहले से शादीशुदा है और उसके दो बच्चे भी हैं. शव की पहचान सोशल मीडिया पर खबरें देखने के बाद परिजनों ने की. गिरफ्तार आरोपियों में आशिक कुमार, मुकेश कुमार, इंदु देवी, राजाराम रविदास, राजू कुमार, कालू रविदास और मोहन कुमार शामिल हैं. सभी को गिरफ्तार लोगों को सूर्यनगर थाना से आए इंस्पेक्टर संजीव महाजन को सौंपा गया है.