रांची से एक चौंकाने वाला मामला सामने आया है, जहां चोरी की कोशिश करने वाले चोरों ने खुद ग्रामीणों के खिलाफ एफआईआर दर्ज कराई है. आमतौर पर चोरी की शिकायत थाने में पीड़ित करता है, लेकिन इस बार आरोपियों ने ही खुद को पीड़ित बताकर गांववालों पर हमला करने का आरोप लगाया है. घटना रांची के जगन्नाथपुर थाना क्षेत्र स्थित सत्यारी टोला गांव की है.
पश्चिम बंगाल के आसनसोल निवासी विजय कुमार ने दर्ज एफआईआर में बताया कि 4-5 जून की रात करीब 1 बजे वह और उसके पांच साथी एक घर में चोरी करने के इरादे से घुसे थे. सभी ने मिलकर अलमारी से सोने की चेन और कुछ नगदी निकाली. इसी दौरान मकान मालिक की नींद खुल गई. उसने ‘चोर-चोर’ का शोर मचाना शुरू किया, जिस पर चोरों ने उसका मुंह दबाया, लेकिन वह काबू में नहीं आया. इसके बाद उन्होंने उसे घर के पास एक कुएं के पास ले जाकर डुबोने की कोशिश की.
मकान मालिक के शोर से आसपास के ग्रामीण भी मौके पर पहुंच गए और चोरों को चारों ओर से घेर लिया. विजय कुमार का आरोप है कि ग्रामीणों ने मिलकर उसकी बुरी तरह पिटाई की, जिससे उसका बायां हाथ टूट गया. वहीं उसके तीन अन्य साथी–कमलेश चौहान, पंकज डोम और जान सिंह भी ग्रामीणों की पिटाई से घायल हुए. उनके दो अन्य साथी–माडू चौहान और करन चौहान भागने में सफल रहे.
विजय कुमार ने मारपीट करने वाले ग्रामीणों पर कानूनी कार्रवाई की मांग की है. दिलचस्प बात यह है कि इन्हीं चार चोरों को ग्रामीणों ने 5 जून की सुबह पकड़कर पुलिस के हवाले किया था, और उनके खिलाफ उसी दिन चोरी का केस दर्ज भी हो गया था.
बताया जा रहा है कि ये सभी चोर चर्चित “लुंगी-बनियान” गिरोह के सदस्य हैं. चोरी के वक्त ये लोग सिर्फ लुंगी और बनियान पहनते हैं और शरीर पर तेल लगाते हैं, जिससे पकड़ में आने पर फिसलकर आसानी से भाग सकें. गिरोह की ये खास पहचान कई मामलों में सामने आ चुकी है.