रांचीः झारखंड विधानसभा का मानसून सत्र 1 अगस्त, 2025 दिन शुक्रवार से शुरू होने वाला है. इस बीच मानसून सत्र के शुरू होने से पहले संसदीय कार्य मंत्री राधाकृष्ण किशोर ने अपनी ही सरकार पर बरस पड़े! उन्होंने कहा कि दुखद है कि बजट सत्र में शून्यकाल में 391 प्रश्न आए, चार महीने बीत जाने पर भी मात्र 31 उत्तर ही प्राप्त हुए हैं. आश्वासन समिति में 1371 आश्वासन लंबित पड़े हुए हैं.
झारखंड के संसदीय कार्य मंत्री राधाकृष्ण किशोर ने आगे कहा कि निवेदन समिति में 135 निवेदन आए, महज 9 का उत्तर प्राप्त हुआ है. इतना ही नहीं 5 ध्यानाकर्षण का उत्तर अब तक विधानसभा सचिवालय को नहीं मिला है. ये अत्यंत दुख की बात है कि सैकड़ों की संख्या में उत्तर लंबित हो तो ये कार्यपालिका की शिथिलता है. गरिमा बनानी है तो कार्यपालिका का पूर्ण सहयोग अपेक्षित है.
मंत्री राधाकृष्ण किशोर ने मीडिया से बातचीत करते हुए कहा कि विधानसभा स्पीकर ने कई विभागों के अधिकारियों से प्रश्नकाल, ध्यानाकर्षण प्रस्ताव और सदन की अन्य कार्यवाही के दौरान अधिकारी दीर्घा में अपने वरिष्ठ कर्मचारियों की उपस्थिति सुनिश्चित करने को कहा है. उन्होंने ये भी बताया कि रवींद्र नाथ महतो ने यह निर्देश दिया कि सदन के सदस्यों को उनके प्रश्नों के उत्तर समय पर मिलें.
संसदीय कार्य मंत्री राधा कृष्ण किशोर ने बताया कि 29 बिंदुओं पर चर्चा हुई है. वहीं, इससे पहले विधानसभा अध्यक्ष रवींद्र नाथ महतो ने 30 जुलाई, 2025 दिन बुधवार को मानसून सत्र के दौरान सुचारू कार्यवाही सुनिश्चित करने के लिए मीटिंग. उन्होंने ये चर्चा वरिष्ठ अधिकारियों के साथ की. बता दें कि झारखंड विधानसभा का मानसून सत्र 1 अगस्त से 7 अगस्त, 2025 तक चलेगा. इसमें 5 कार्य दिवस होंगे.