झारखंड की गुमला पुलिस ने मंगलवार (05 अगस्त) की देर रात को नक्सल विरोधी अभियान में बड़ी सफलता हासिल की है. पुलिस ने 15 लाख के इनामी उग्रवादी और पीपुल्स लिबरेशन फ्रंट ऑफ इंडिया (PLFI) कमांडर मार्टिन केरकेट्टा को मुठभेड़ में मार गिराया. मारे गए नक्सली के पास से हथियार भी बरामद हुए हैं. इस कार्रवाई को गुप्त सूचना के आधार पर अंजाम दिया गया. जानकारी के अनुसार, गुमला एसपी हरिश बिन जमा को सूचना मिली थी कि कामडारा थाना क्षेत्र के चंगाबाड़ी ऊपरटोली में PLFI का एक उग्रवादी छिपा हुआ है. सूचना मिलते ही एक विशेष टीम गठित कर सर्च ऑपरेशन चलाया गया.
जैसे ही पुलिस टीम मौके पर पहुंची, उग्रवादियों ने फायरिंग शुरू कर दी. जवाबी कार्रवाई में मार्टिन केरकेट्टा मारा गया. इस ऑपरेशन में गुमला जिले की नक्सल क्यूआरटी (त्वरित प्रतिक्रिया दल), कामडारा थाना और एक अन्य थाना क्षेत्र की पुलिस शामिल थी. मार्टिन केरकेट्टा रेड़मा गांव, कामडारा (गुमला) का निवासी था और पीएलएफआई की केंद्रीय समिति का सक्रिय सदस्य था. दिनेश गोप के गिरफ्तार होने के बाद उसने संगठन की कमान संभाल ली थी.
इस एनकाउंटर पर गुमला के एसपी ने बताया कि पुलिस को सूचना मिली थी कि कामडारा थाना क्षेत्र के चंगाबाड़ी ऊपरटोली में पीएलएफआई का एक उग्रवादी छिपा हुआ है. यह खबर मिलने पर पुलिस ने एक टीम बनाई और सर्च ऑपरेशन शुरू किया गया. पुलिस टीम को देखते ही उग्रवादियों ने फायरिंग शुरू कर दी. पुलिस ने भी जवाबी कार्रवाई की, जिसमें मार्टिन केरकेट्टा मारा गया. मारा गया नक्सली मार्टिन केरकेट्टा गुमला जिले के कामडारा क्षेत्र के रेड़मा गांव का रहने वाला था. PLFI चीफ दिनेश गोप के पकड़े जाने के बाद उसे (मार्टिन केरकेट्टा) इस उग्रवादी संगठन की कमान सौंप दी गई थी.