रांची: केंद्रीय रक्षा राज्य मंत्री संजय सेठ ने रविवार को रांची में मीडिया से बातचीत के दौरान कांग्रेस, राजद और झामुमो पर तीखे प्रहार किए. उन्होंने कहा कि राहुल गांधी और उनके सहयोगी दलों को बिहार विधानसभा चुनाव में हार का एहसास अभी से हो चुका है.
संजय सेठ ने राहुल गांधी की 'वोटर अधिकार यात्रा' और कांग्रेस-राजद-झामुमो द्वारा लगाए गए “वोट चोरी” के आरोपों को पूरी तरह से निराधार बताया. उन्होंने कहा कि ये आरोप केवल जनता को गुमराह करने के लिए लगाए जा रहे हैं. सेठ ने तंज कसते हुए कहा कि 'ये लोग कभी ईवीएम पर सवाल उठाते हैं और कभी चुनाव आयोग पर आरोप मढ़ते हैं.'
रक्षा राज्य मंत्री ने विपक्ष पर सवाल उठाते हुए कहा, 'अगर सच में वोटों की चोरी हो रही है, तो झारखंड में झामुमो की सरकार कैसे बनी? कर्नाटक और हिमाचल प्रदेश में कांग्रेस की सरकारें कैसे बनीं?' उन्होंने कहा कि यह स्पष्ट करता है कि विपक्ष केवल झूठे बहाने बनाकर जनता को गुमराह कर रहा है.
संजय सेठ ने बिहार में चल रही एसआईआर (स्पेशल रिवीजन) को चुनाव आयोग की सामान्य प्रक्रिया बताया. उन्होंने कहा कि मतदाता सूची हमेशा अपडेट होती रहती है और यह लोकतांत्रिक व्यवस्था का हिस्सा है. उन्होंने सवाल उठाया कि क्या विपक्ष चाहता है कि घुसपैठियों को भी वोट देने का अधिकार मिल जाए?
संजय सेठ ने कहा कि भारत का हर नागरिक एसआईआर के साथ खड़ा है और देश में किसी भी घुसपैठिए को न तो रहने दिया जाएगा और न ही वोट देने का अधिकार दिया जाएगा. उन्होंने कहा कि विपक्ष की परेशानी सिर्फ इस बात को लेकर है कि बिहार की जनता अब उन्हें स्वीकार नहीं कर रही है.
रक्षा राज्य मंत्री ने राहुल गांधी पर सीधा हमला बोलते हुए कहा, 'यह लोग इसलिए रो रहे हैं क्योंकि बिहार में जीत नहीं पा रहे. देश की जनता ने इन्हें पहले ही किनारे कर दिया है और अब इन्हें स्थायी रूप से विपक्ष में बैठना पड़ेगा.'
संजय सेठ ने उपराष्ट्रपति पद के प्रत्याशी बी. सुदर्शन रेड्डी की मुख्यमंत्री हेमंत सोरेन से मुलाकात पर कहा कि यह उनका निजी मामला है. लेकिन उन्होंने कहा कि उपराष्ट्रपति चुनाव में झारखंड को एक और बड़ा सम्मान मिलने वाला है.
रक्षा राज्य मंत्री ने कहा कि यह हमारे राज्य के लिए गर्व की बात है कि झारखंड की राज्यपाल रह चुकीं द्रौपदी मुर्मू अब देश की राष्ट्रपति हैं. इसके अलावा सीपी राधाकृष्णन जो राज्यपाल रहे हैं, अब देश के उपराष्ट्रपति बनने जा रहे हैं. यह झारखंड की जनता और कार्यकर्ताओं के लिए बहुत बड़ा सौभाग्य और सम्मान है.