बिहार की महागठबंधन सरकार में अपराधियों के हौंसले काफी बढ़े हुए नजर आ रहे हैं. प्रदेश में आम आदमी हो या कोई वीआईपी, कोई भी खुद को सुरक्षित नहीं रहा है. इसका ताजा उदाहरण प्रदेश की राजधानी पटना से सामने आया है. यहां बीजेपी के पूर्व विधायक अनिल कुमार के भतीजे आकर्ष की हत्या कर दी गई. बदमाशों ने शव के हाथ-पैर बांधकर उसे गंगा नदी में फेंक दिया था. मृतक पिछले 10 दिनों से लापता था. बताया जा रहा है कि आकर्ष की हत्या हाथ-पैर बांधकर पेट में धारदार हथियार से वार करके की गई है. गंगा नदी से शव मिलने पर आसपास सनसनी मच गई. शव की शिनाख्त बीजेपी के पूर्व विधायक अनिल कुमार के भतीजे आकर्ष के रूप में हुई. लापता बेटे का शव मिलने परिवार में गम की लहर दौड़ गई. वहीं पुलिस ने शव को अपने कब्जे में लेकर पोस्टमॉर्टम के लिए नालंदा मेडिकल कॉलेज अस्पताल भेज दिया है.मृतक 21 वर्षीय आकर्ष नांलदा के बिहारशरीफ स्थित गढ़पर निवासी अंजय कुमार का बेटा है, जो कि बीजेपी के पूर्व विधायक अनिल कुमार के साले हैं. आकर्ष के पिता बस चालक हैं. पिता ने बताया कि बेटा 1 जून को दोस्त के साथ पटना में परीक्षा देने गया था. परिजनों ने आकर्ष के दोस्तों पर ही हत्या का आरोप लगाया है. पीड़ित पिता ने 2 जून को पुलिस में गुमशुदगी की एफआईआर दर्ज कराई थी. FIR में उन्होंने बताया था कि उनका बेटा आकर्ष अपने दोस्त पंडिल गली निवासी सुमंत कुमार के साथ एक जून को पटना में परीक्षा देने गया था. पटना पहुंचने के बाद आकर्ष ने अपनी मां बबली देवी से फोन पर बात की और पटना पहुंचने की जानकारी दी थी.इसके बाद दोपहर में जब उससे फोन पर संपर्क साधा गया तो स्विच ऑफ मिला. इसके बाद देर शाम उसके दोस्त सुमंत से बात की गई तो वह टाल-मटोल करने लगा. पुलिस ने आकर्ष के दोस्त सुमंत को हिरासत में लेकर कड़ाई से पूछताछ की तो उसने गंगा नदी में छलांग लगाने की बात बताई. सुमंत की निशानदेही पर जब गंगा में तलाशी की गई तो आकर्ष का शव बरामद हुआ. सुमंत को हिरासत में लेकर पुलिस सभी एंगल से जांच कर रही है. वहीं बीजेपी के पूर्व विधायक ने पुलिस पर आरोपियों को बचाने का आरोप लगाया है.