रक्षक ही जब भक्षक बन जाए, तो समाज को कौन बचाएगा. बिहार में महिलाओं पर होने पर वाले अत्याचार में पहले से काफी बढ़ोतरी देखने को मिल रही है. ऐसे में यदि पुलिसवाला खुद छेड़छाड़ करे, तो बड़ी चिंता की बात है. ये गंभीर मामला बिहार के भागलपुर जिले से सामने आया है. यहां ग्रामीण इलाके के एक थाने का थानेदार पर महिला पुलिसकर्मियों से छेड़छाड़ करने का संगीन आरोप लगा है. थानेदार की हैवानियत पर महकमे की महिला जवान सकते में हैं.मामला सामने आने के बाद थानेदार को पद से हटा दिया गया है, जिसके बाद दारोगा की अश्लील हरकतों की भुक्तभोगी महिला पुलिसकर्मियों का आक्रोश सामने आने लगा है. महिला दरोगा ने जब थानेदार के खिलाफ बिगुल फूंका तो अन्य महिला पुलिसकर्मी भी साथ खड़ी हो गईं. लैंगिक अपराध की शिकार एक अन्य महिला दारोगा ने भी साहस जुटाया और थानेदार रहे उस दारोगा के खिलाफ अपना बयान दर्ज कराया है.महिला दारोगा ने कहा कि थानाध्यक्ष के अंडर में काम करती थी, आरोपी उसके नजदीक आने का कोई मौका नहीं छोड़ता था. महिला दरोगा ने कहा कि महिला एसआई ने बताया कि थानेदार जब भी उसे तनहा देखता वह छेड़छाड़ करने लगता था. उसकी हरकतों से बचने के लिए वह हमेशा खुद को लोगों के बीच में ही रखती थी. पीड़िता ने कहा कि उसकी नजरें भी अजीब सी घूरने वाली थीं. पीड़िता ने कहा कि वह हमेशा सोचती थी कि काश यहां से किसी और थाने में ट्रांसफर हो जाए.महिला दारोगा ने जब थानेदार की हरकतों की शिकायत एसएसपी आनंद कुमार से की तो मामले में जांच बैठा दी गई है. इंस्पेक्टर मंजू कुमारी, महिला थानाध्यक्ष नीता कुमारी और जिला प्रशासन की एक महिला पदाधिकारी ने जांच की. थानेदार को जांच कमेटी के सवालों का सामना करना पड़ रहा है. वहीं अब एक अन्य पीड़ित महिला दरोगा ने अपनी शिकायत में उस थानेदार की करतूतों की परत-दर-परत खोलकर रख दी है.
