रांची के रहने वाले राहुल मिंज की मौत की गुत्थी को सुलझाने के लिए एक साल बाद शव को कब्र से निकाला गया. कब्र से निकला मुर्दा अब खुद खोलेगा अपनी मौत का राज़. 2 जून 2022 को राहुल मिंज की संदिग्ध हालात में उस समय मौत हुई थी, जब वह एक शादी समारोह में शामिल होने के लिए गया था. परिजनों को उसकी मौत अस्वाभाविक लगी पर लोगों की बातों में आकर अंतिम संस्कार कर दिया गया था. हालांकि जुलाई 2022 से ही परिजन पुलिस थाने के चक्कर काट रहे थे. मामला जिला कोर्ट होते हुए हाई कोर्ट पहुंचा और वहां से शव को कब्र से निकालने का आदेश जारी हो गया. मंगलवार को मजिस्ट्रेट की मौजूदगी में कब्र से शव निकाला गया. रांची के लालपुर थाना पुलिस और शहर सीओ की मौजूदगी में राहुल मिंज की मौत की गुत्थी को सुलझाने के लिए लालपुर थाना क्षेत्र के सरायटांड़ स्थित कब्रिस्तान से शव को बाहर निकाला गया है. राहुल की मौत स्वभाविक थी या फिर उसकी हत्या की गई थी, इसकी जांच शुरू कर दी गई है. मंगलवार को मामले की तफ्तीश के लिए राहुल मिंज के शव को कब्र से बाहर निकालकर पोस्टमार्टम और फॉरेंसिक जांच के लिए भेज दिया गया. मामले को लेकर मृतक के परिजनों ने इंसाफ की गुहार लगाई, जिसके बाद शव को बाहर निकालने के लिए हाई कोर्ट का निर्देश मिलते ही कार्रवाई शुरू कर दी है.
राहुल की मौत में नया मोड़ तब आया, जब उसकी बहन कुसुम मिंज ने अपने भाई की हत्या की आशंका जताते हुए जांच के लिए हाई कोर्ट में अर्जी दी. हाई कोर्ट के हस्तक्षेप के बाद राहुल की मौत मामले में रांची के लालपुर थाने में प्राथमिकी दर्ज की गई. अब शव का फॉरेंसिक जांच से साबित होगा कि राहुल की मौत स्वाभाविक मौत है या फिर किसी साजिश के तहत राहुल की हत्या की गई है.