Patna: कांग्रेस की पूर्व विधायक सुनीता देवी छह साल के बाद रविवार को दोबारा पार्टी में शामिल हो गईं. वह कांग्रेस छोड़ भारतीय जनता पार्टी (भाजपा) में शामिल हो गई थीं. बिहार प्रदेश कांग्रेस अध्यक्ष अखिलेश प्रसाद सिंह ने राज्य मुख्यालय सदाकत आश्रम में उनका कांग्रेस में वापस स्वागत किया.
2017 में बीजेपी में हुई थी शामिल
इस मौके पर अखिल भारतीय कांग्रेस कमिटी के महासचिव तारिक अनवर और कांग्रेस विधायक दल के नेता शकील अहमद खान भी मौजूद थे. इस अवसर पर सिंह ने कहा कि 2005 में आरक्षित सीट कोढा से कांग्रेस के टिकट पर जीतने वाली सुनीता देवी की वापसी से पार्टी का दलित जनाधार बढ़ेगा. पूर्व विधायक जून 2017 में भाजपा में शामिल हो गयी थीं. बिहार प्रदेश कांग्रेस अध्यक्ष अखिलेश प्रसाद सिंह ने इस दौरान कहा कि उनके पार्टी में वापस आने से एससी-एसटी वर्ग के लिए किए जाने वाले संघर्ष अब और बढ़ेगा. लोगों को अब ये बात बताने में आसानी होगी कि कांग्रेस ही उनकी हमदर्द है.
सुनीता देवी ने लगाया भेदभाव का आरोप
इस दौरान सुनीता देवी ने बीजेपी पर आरोप लगते हुए कहा कि बीजेपी में महिलाओं के साथ भेदभाव् होता है. वो भले ही बेटी बचाओ-बेटी पढ़ाओ का नारा देते हैं लेकिन अंदर जाने पर पता चलता है कि किस हद तक पार्टी में नारी उत्पीड़न चल रहा है. उन्होंने आगे कहा कि बीजेपी में उन्हें घुटन महसूस हो रही थी, इसी वजह से उन्होंने पार्टी को छोड़ने का फैसला किया था. इस कार्यक्रम में ब्रजेश प्रसाद मुनन, लाल बाबू लाल, राजेश राठौड़, सुनील यादव, ब्रजेश पांडेय समेत अनेक नेता मौजूद थे.