रांची: रांची में आगामी विपक्षी एकता को लेकर सियासत गर्म हो गई है. 17 से 18 जुलाई को बैठक प्रस्तवित विपक्षी दलों की दूसरी बैठक विपक्षी एकता के लिए बेहद अहम मानी जा रही है. इस बैठक में कई अहम फैसलों पर चर्चा होगी तो वहीं एक सीट पर एक ही उम्मीदवार की रणनीति पर बात चीत हो सकती है. आगामी बैठक को लेकर एक बार फिर राज्य की सियासत गर्मा गयी है.
बीजेपी के विधायक अमित मंडल ने मुझे ऐसा लगता है महाराष्ट्र में क्या हुआ NCP को देखिये बिहार में सब कुछ ठीक चल नहीं चल रहा है कि महागठबंधन एकमत नहीं है कई ऐसी चीज़ें हैं. महागठबंधन एकजुट होकर चुनाव लड़ने के मूड में है झारखंड में भी विरोधाभास दिखता है. राजद कुछ और JMM का कुछ अलग स्टैंड है कांग्रेस का अलग टैक है. साफ़ है इंटरेस्ट महागठबंधन मिला कर बनाना भविष्य में भी इसका कोई परिणाम नहीं निकल कर आने वाला है. लोगों का मुद्दा विकास है पूरा विपक्ष भी एकजुट हो जाएं तो हमलोंगो को प्रसष्त नहीं कर सकता है.
वही कांग्रेस के प्रदेश अध्यक्ष राजेश ठाकुर ने कहां हम लोग लगातार प्रयासरत हैं विपक्षी एकजुटता जल्द से जल्द तैयार हम लोग बैठक भी करने जा रहे हैं. सभी लोग अपने अपनी बातों को छोड़कर देश की बात करेंगे देश की जनता को केंद्र बिंदू में रखकर अच्छा और मज़बूत गठबंधन तैयार होगा इसकी कवायद जल्द पूरी करने जा रहे हैं.
झारखंड JMM कोटे के मंत्री मिथलेश ठाकुर ने कहा रणनीति एक ही है राष्ट्र के प्रति राज्य के प्रति राजनीतिक दल अपनी ज़िम्मेदारी निभा रहे हैं जितने भी राजनीतिक दल है. विपक्ष की आज जिस तरह से लोकतंत्र को पैरों के तले कुचला जा रहा है संविधान को तार तार किया जा रहा है पूरे देश के नागरिकों की ज़िम्मेदारी बनती है. समय रहते ऐसी ताक़तों से हम छुटकारा नहीं पाते हैं सत्ता से बाहर नहीं करते हैं. आने वाले दिनों में दुनिया संविधान पर खतरे की घंटी है. जहां तक विपक्षी एकजुटता की की बात इस तरह से मजबूत है. इस मजबूती को देखकर BJP बड़े नेतागण भारतीय जनता पार्टी के बौखला गए हैं और घबराहट में कैसे कैसे क़दम उठा रहे हैं. लोकतंत्र की हत्या हो रही है जनता इसका जबाब आने वाले चुनाव में देगी.