गुमला: गुमला के मुरली बगीचा तालाब में भव्य गंगा महाआरती का आयोजन मंत्रोच्चार और विधि-विधान के साथ संपन्न हुआ. नगर परिषद प्रशासन व प्रबुद्धजनों की सहभागिता से शहर में पहली बार आयोजित हुई महाआरती को लेकर स्थानीय लोगों में गज़ब का उत्साह दिखा. हजारों की तादाद में जुटे पर्यावरण प्रेमियों के उत्साह को बूंदाबांदी और बारिश भी कम नहीं कर सका. बारिश के बीच भींगने की परवाह किए बग़ैर तालाब के चारों ओर बच्चे, बूढ़े, युवक, युवती तथा महिला व पुरुष बहुत बड़ी तादाद में इकट्ठा होकर उल्लसित भाव के साथ गंगा आरती में शामिल हुए.
प्रसिद्ध पौराणिक शहर वाराणसी की प्रख्यात गंगा आरती की तर्ज पर मुख्य प्रस्तोता पीयूष पाठक के नेतृत्व में पूरे विधि विधान के साथ भव्य और दिव्य आरती का आयोजन ने दर्शकों को मंत्रमुग्ध कर दिया. शंख, डमरू, घरीघंट की ध्वनि और मां गंगा की आरती के बीच पूरे तालाब परिसर में फैले जलते दीपकों की लौ से उत्पन्न अद्भुत छटा को देख श्रद्धालु भक्ति भाव से भर गए.नगर परिषद के प्रशासक संजय कुमार ने इस मौके पर आशा व्यक्त किया कि इस प्रकार के कार्यक्रम से नदियों, तालाबों, जलाशयों एवं पर्यावरण के संरक्षण के प्रति लोग अवश्य जागरूक होंगे तथा भविष्य में जल की समस्या का समाधान हो सकेगा. उन्होंने आगामी स्वच्छ सर्वेक्षण को लेकर शहर के लोगों की जागरूकता पर जोर दिया जिससे कि गुमला शहर को स्वच्छ व सुंदर बनाया जा सके. नगर परिषद के प्रशासक श्री कुमार ने बनारस की तर्ज पर आरती का आयोजन के लिए मुख्य प्रस्तोता पीयूष पाठक व उनकी टीम को प्रशासन की ओर से सम्मानित किया.
भव्य आरती के प्रस्तोता पीयूष पाठक ने कहा कि लोगों की भक्ति भावना देखकर मन अत्यंत प्रसन्न हुआ. यहां अत्यधिक भीड़ उमड़ी और लोगों ने जल संरक्षण के प्रति जिस प्रकार सामूहिक प्रतिबद्धता जताई है वह अत्यंत सराहनीय है. आने वाले दिनों में जल स्रोतों के संरक्षण के प्रति लोग जागरूक होंगे तथा जल संकट का समाधान भी हो सकेगा. इस अवसर पर हजारों को संख्या में प्रबुद्धजन, प्रशासनिक अधिकारी सहित आमजन उपस्थित थे.